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गैंग रेप के बाद छात्रा की हत्या, 5 गिरफ्तार
दुस्साहस. घर के सामने धान के खेत में मिला शव परसा बाजार थाने के शाहपुर गांव में घर से चंद कदम दूर महादलित छात्रा की बदमाशों ने गला दबा कर हत्या कर दी. परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करा दिया है. फुलवारीशरीफ : खुले मैदान में शौच के लिए निकली 16 वर्षीया महादलित स्कूली […]
दुस्साहस. घर के सामने धान के खेत में मिला शव
परसा बाजार थाने के शाहपुर गांव में घर से चंद कदम दूर महादलित छात्रा की बदमाशों ने गला दबा कर हत्या कर दी. परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करा दिया है.
फुलवारीशरीफ : खुले मैदान में शौच के लिए निकली 16 वर्षीया महादलित स्कूली छात्रा के साथ बदमाशों ने गैंग रेप करने के बाद गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. बदमाशों ने हत्या के बाद छात्रा के शव को धान के पानी भरे खेत में छिपा दिया. घर से चंद कदम दूर मंदिर के पीछे धान के खेत में छात्रा का अर्ध नग्न हालत में पड़ा शव मिलने की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों में सनसनी फैल गयी. सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. डीएसपी सदर पीके मंडल ने खोजी कुत्तों के सहारे घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित करने का प्रयास किया.
इस जघन्य वारदात से इलाके के ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं. मृतका पलंगा हाइस्कूल में नवमी वर्ग की छात्रा थी. परिजनों ने छात्रा के साथ गैंग रेप के बाद हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज कराया है. पुलिस इस मामले में आसपास के गांव के पांच युवकों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. मामला परसा बाजार थाना के शाहपुर गांव का है. सूचना मिलने पर भाकपा माले नेता साधु शरण के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक श्याम रजक परिजनों को ढाढंस बंधाने शाहपुर पहुंचे. उन्होंने आला पुलिस अधिकारियों से बात कर कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. अखिल भारतीय नव निर्माण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार ने सरकार से अविलंब हत्यारों की गिरफ्तारी कर फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलाने और 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है.
छात्रा सोमवार की अहले सुबह करीब चार बजे अपने घर से निकल कर बगल के खेत में शौच करने गयी थी. काफी देर बाद जब वह घर नहीं पहुंची, तो मां रेणु देवी ने समझा कि वह कोचिंग चली गयी होगी. वह बगल के गांव हसनपुरा में कोचिंग करने जाती थी. कोचिंग का समय खत्म होने के बाद भी जब वह घर नहीं पहुंची, तो मां उसकी सहेलियों के घर जाकर खोजबीन करने लगी. बिजली मिस्त्री का काम करनेवाले पिता सुंदर लाल रविदास ने छात्रा के कोचिंग जाकर पता लगाया, तो पता चला कि वह आयी ही नहीं थी. इसके बाद वह थाने जाकर गुमशुदगी का मामला दर्ज करना चाहा, पर पुलिस ने उन्हें भगा दिया.
बाद में ग्रामीणों के दबाव पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. शाम में करीब छह बजे रानी की मां बेटी को खोजने आसपास के धान के खेतों में गयी. अचानक उसकी नजर छात्रा के चप्पल पर पड़ी और वह जोर-जोर से रोने-चिल्लाने लगी. इसके बाद ग्रामीण आ गये और खेतों में उसे तलाशने लगे. थोड़ी ही दूरी पर पानी भरे खेत में छिपा कर रखे गये छात्रा के शव को देख कर कोहराम मच गया. हजारों ग्रामीण जमा होकर हंगामा करने लगे. परसा बाजार थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मंगलवार को सदर डीएसपी पीके मंडल जांच-पड़ताल करने डॉग स्क्वायड की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस निहुरा के शाहनवाज उर्फ ग्यास , फतेहपुर के सुमित कुमार, कौशल कुमार, राजकुमार व जनार्दन पंडित को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए ले गयी. ग्रामीणों के मुताबिक सभी लड़के छात्रा के सहपाठी हैं. थाना प्रभारी नंद जी प्रसाद ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला दुष्कर्म के बाद हत्या का प्रतीत होता है. पुलिस युवकों से पूछताछ कर रही है.
हमरा इंसाफ चाही, हमरा कातिल चाही : रेणु देवी
गैंग रेप के बाद हत्या की शिकार हुई छात्रा की मां रेणु देवी का रो-रो कर हाल बेहाल है. वह बार-बार यही रट लगा रही है कि हमरा इंसाफ चाही, हमरा कातिल चाही. पिता सुंदर लाल रविदास घटना से बदहवाश हो चुके हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि उनके साथ यह क्रूर अन्याय क्यों हुआ. चार भाई-बहनों में छात्रा सबसे बड़ी थी. पढ़ाई में काफी होनहार छात्रा अपने छोटे भाई सूरज और दो बहनों अंशु और अनुष्का को हमेशा पढ़ाई के लिए उत्साहित करती रहती थी.
काश! शौचालय होता
प्रधानमंत्री की बृहत एवं महत्वाकांक्षी शौचालय योजना का लाभ अगर रेणु देवी को मिलता, तो आज उसकी बेटी दरिंदों का शिकार नहीं होती. यह कहना है लड़की के मामा सतीश कुमार और राजेश कुमार का. सतीश ने बताया कि शाहपुर का यह दुर्भाग्य है कि लगभग तीन सौ की दलित आबादी वाला शाहपुर प्रधानमंत्री की शौचालय योजना से कोसों दूर है. इसी गांव की आशा कर्मी रेणु देवी, जहां ग्रामीणों में प्रधानमंत्री की शौचालय योजना को सफल बनाने के लिए जागरूक कर रही हैं, वहीं उसके अपने घर में ही शौचालय की व्यवस्था नहीं है.
ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में शौचालय बनाने के लिए कई अधिकारी आये और सर्वे का काम भी हुआ. लेकिन, अधिकारियों ने कहा कि पहले अपने पैसे से शौचालय का निर्माण करो और फोटो खींच कर आवेदन दो तब सरकार पैसे देगी. ग्रामीणों ने कहा कि वे इतने सक्षम नहीं हैं कि अपने पैसे से शौचालय का निर्माण करा सकें. लेकिन हमारी इस समस्या पर न राज्य सरकार का ध्यान है और केंद्र की सरकार भी इस पर ध्यान दे रही है, एेसे में शौचालय योजना का प्रचार-प्रसार करने का मतलब नहीं बनता.
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