Advertisement
पुलिसकर्मी को पीटनेवाले चारों छात्र भेजे गये जेल
आइजीआइएमएस का मामला पटना. आइजीआइएमएस परिसर में एएसआइ अनिल कुमार के साथ मारपीट करने के आरोप में पकड़े गये एमबीबीएस छात्र प्रिंस सिंह (पीरबहोर थाना परिसर), अरशद नसीम (छतौनी, मोतिहारी), असीफ रजा (अमौर, पूर्णिया) व आदित्य विक्रम सिंह (नवगछिया, भागलपुर) को शास्त्रीनगर पुलिस ने जेल भेज दिया. इसके साथ ही घटना में शामिल अन्य छात्रों […]
आइजीआइएमएस का मामला
पटना. आइजीआइएमएस परिसर में एएसआइ अनिल कुमार के साथ मारपीट करने के आरोप में पकड़े गये एमबीबीएस छात्र प्रिंस सिंह (पीरबहोर थाना परिसर), अरशद नसीम (छतौनी, मोतिहारी), असीफ रजा (अमौर, पूर्णिया) व आदित्य विक्रम सिंह (नवगछिया, भागलपुर) को शास्त्रीनगर पुलिस ने जेल भेज दिया. इसके साथ ही घटना में शामिल अन्य छात्रों की पहचान सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज के आधार पर की जा रही है. पुलिस ने आइजीआइएमएस हॉस्टल में भी छापेमारी की. हालांकि इस मामले में फिलहाल किसी अन्य की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा ने जेल भेजे जाने की पुष्टि की और बताया कि मारपीट करने के सारे साक्ष्य पुलिस के पास मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि अन्य छात्रों की पहचान की जा रही है.
पुलिस चौकी के जवानों की मांगी गयी रिपोर्ट : आइजीआइएमए परिसर में बने चौकी में तैनात जवानों के घटना के दौरान अनिल कुमार को नहीं बचाने के संबंध में सचिवालय डीएसपी से सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा ने रिपोर्ट मांगी है. अगर रिपोर्ट संतोषजनक नहीं रही, तो वे सभी निलंबित हो सकते हैं. बताया जाता है कि अनिल कुमार को छात्र पीटते रहे और किसी ने बचाने का प्रयास किया.
कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ मरीजों का इलाज : आइजीआइएमएस में पुलिस व मेडिकल छात्रों के बीच हुआ विवाद का असर गुरुवार को कम रहा. हालांकि सुबह जैसे ही ओपीडी खुला दर्जनों की संख्या में छात्र पहुंच गये, पुलिस की फटकार के बाद सब चले गये. बाद में सभी मरीजों का शांतिपूर्वक इलाज किया गया. सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस की बारीक नजर थी.
पटना : अपनी करतूतों को छुपाने के लिए आइजीआइएमएस छात्रों का एक दल डायरेक्टर से मिलने गया. इस पर डायरेक्टर व उच्च अधिकारियों ने छात्रों को फटकार लगायी और ऑन ड्यूटी पुलिस की वरदी फाड़ने, मारपीट करने आदि घटना को निंदनीय बताया. डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास का कहना था कि विरोध का मतलब मारपीट नहीं था, बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से मामला खत्म करना था. अपर चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष मंडल ने बताया कि आगे छात्र कोई बवाल नहीं करे, इसके लिए दशहरे की छुट्टी दो दिन पहले ही घोषित कर दी गयी है. एक अक्तूबर से 11 अक्तूबर तक होने वाली छुट्टी को 29 सितंबर से ही लागू कर दिया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement