पटना: 27 अक्तूबर, 2013 को पटना के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान हुए सीरियल बम ब्लास्ट के एक आरोपित जमील अंसारी को एनआइए की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, स्थानीय स्तर पर किसी भी आधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
बताया जाता है कि जमील को गिरफ्तार करने के बाद टीम उसे अपने साथ दिल्ली ले गयी है. दरअसल, आइएम आतंकी जमील अंसारी के बारे में आइबी को सीरियल ब्लास्ट में शामिल इम्तियाज के पॉकेट से बरामद एक परची से जानकारी मिली थी.
इम्तियाज की गिरफ्तारी के बाद जब उसकी तलाशी ली गयी थी, तब खुफिया ब्यूरो को उसकी जेब से एक परची मिली थी, जिसमें छह फोन नंबर लिखे थे. ये नंबर आतंकियों ने धमाकों को अंजाम देने के बाद के लिए रखे थे, ताकि उस नंबरों पर संपर्क कर छुपा जा सके. इसमें एक नंबर जमील अंसारी का भी था, लेकिन इस नबंर का इस्तेमाल एनुल अंसारी नामक आतंकी कर रहा था. एनुल भी रांची का रहनेवाला बताया जाता है.
आइबी इस मामले में फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर रहा है. जमील के बारे में बताया जाता है कि वह नेपाल में आइएसआइ के संपर्क में रहता था और आतंकी घटनाओं के लिए फंडिंग जुटाने का काम करता था. बेतिया के जमादार टोला का रहने वाले जमील का पिता दर्जी का काम करता है. वह भी चरस रखने के आरोप में जेल में है. तीन भाइयों में सबसे बड़ा जमील बचपन से ही छिटपुट आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने लगा था. उस पर 50 हजार का इनाम घोषित था.