23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नीतीश-मुलायम व देवगौड़ा मिलेंगे दिल्ली में, करेंगे नये फ्रंट की घोषणा

पटना/रांची: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में पुराना जनता दल परिवार एक नया मोरचा (फेडरल फ्रंट) गठित करने जा रहा है. जदयू के साथ समाजवादी पार्टी और जनता दल (सेकुलर) इसमें प्रमुख भूमिका निभायेंगे. नौ और 10 फरवरी को दिल्ली में इस सिलसिले में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, जदयू अध्यक्ष शरद यादव, […]

पटना/रांची: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में पुराना जनता दल परिवार एक नया मोरचा (फेडरल फ्रंट) गठित करने जा रहा है. जदयू के साथ समाजवादी पार्टी और जनता दल (सेकुलर) इसमें प्रमुख भूमिका निभायेंगे.

नौ और 10 फरवरी को दिल्ली में इस सिलसिले में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, जदयू अध्यक्ष शरद यादव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और जद (सेकुलर) के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा की मुलाकात होनी है. चारों नेता बैठक कर नये फ्रंट के गठन की घोषणा करेंगे. साथ ही फ्रंट के नाम और चुनावी रणनीति पर भी विचार किया जायेगा. इस संबंध में खुद नीतीश कुमार संकेत हुए शुक्रवार को बताया कि पहल शुरू हो चुकी है. लेकिन यह कोई तीसरा या चौथा मोरचा नहीं होगा.

बिहार नवोन्मेष मंच के समारोह से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद के छह फरवरी से शुरू हो रहे संसद सत्र में समान विचार वालों दलों का नया ब्लॉक भी सामने दिख सकता है. वाम मोरचा ने इस दिशा में पहले ही पहल की है. हम समर्थन कर रहे हैं.

वाम मोरचा ने विभिन्न राज्यों में अलग-अलग दलों के साथ सीटों पर तालमेल किया है. पूर्ववर्ती जनता दल के कई दल इस बारे में एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं. एक -दूसरे के साथ संघ बनायेंगे, लेकिन विलय के बारे में बात नहीं हो रही है. पिछले वर्ष अक्तूबर में दिल्ली में सांप्रदायिकता विरोधी ताकतों के सम्मेलन में नीतीश ने कहा था कि इन्हें एकजुट करने के प्रयास किये जा रहे हैं. नीतीश पहले भी फेडरल फ्रंट की वकालत करते रहे हैं.

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने भी नयी दिल्ली में कहा कि जनता दल परिवार को एक मंच पर लाने का प्रयास पहले से ही हो रहा है. जदयू मानता है कि कांग्रेस और उसके सारे सहयोगी दल भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं और भाजपा तथा नरेंद्र मोदी को जवाब नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में जदयू गैर कांग्रेस और गैर भाजपा विचारधारा वाली पार्टियों को मिल कर चुनावी मुकाबला करने की तैयारी को अंतिम रूप दे रहा है. हालांकि अभी यह सब शुरुआती दौर में है.

झाविमो भी रहेगा साथ
इस बीच, झारखंड विकास मोरचा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि प्रस्तावित फेडरल फ्रंट की बैठक में शामिल होने की सूचना उन्हें दी गयी है. लेकिन व्यस्तता के कारण वह शायद उसमें शामिल नहीं हो पायेंगे. मरांडी ने स्पष्ट किया, ‘ पहले से मैंने बता दिया है कि गैर कांग्रेस और गैर भाजपा वाले किसी भी फ्रंट की मजबूती में मैं हमेशा आगे रहूंगा. पूर्व में भी बात हो चुकी है. झाविमो का शुरू से ही मानना है कि इन दोनों केंद्रीय पार्टियों से देश का भला नहीं होनेवाला है. हम ऐसे किसी भी फ्रंट का स्वागत करेंगे.’

इनको भी दिया गया है न्योता
बैठक में जदयू, सपा और जद (सेकुलर) के नेता भाग लेंगे. इसके अलावा बीजू जनता दल के अध्यक्ष और ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, तमिलनाडु की सीएम व अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता और असम गण परिषद के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. वाम दलों के नेता भी बैठक में शिरकत कर सकते हैं.

दिल्ली बैठक में तय होगी सपा की भूमिका
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार के प्रस्तावित फेडरल फ्रंट में सपा की भूमिका दिल्ली बैठक में तय होगी. बैठक में सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव मौजूद रहेंगे. सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में राज्य के मंत्रियों और मंत्री का दर्जा प्राप्त नेताओं की बैठक में हालांकि इस संबंध में कुछ नहीं कहा. बैठक में मुलायम ने अपने मंत्रियों से कहा कि सब लोग मिल कर पार्टी प्रत्याशियों को जिताने में जुटें. प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि अभी तो मोरचे की बात आयी ही है, धैर्य रखें आगे जो कदम उठाया जायेगा, बता देंगे. उधर, सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने भी कांग्रेस-भाजपा को रोकने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों की एकजुटता पर जोर देते हुए ऐसी पहल का स्वागत किया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें