बांका: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और राजद के बीच संभावित गठबंधन पर आज भी अपना प्रहार करते हुये बिहर के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1989 के भागलपुर दंगे के लिये कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुये पिछली राजद सरकार के कार्यकाल में सबूत रहते दंगे के आरोपियों के बरी हो जाने का आज आरोप लगाया.
बांका जिला के रजौन प्रखंड के चकमुनिया में आज आयोजित संकल्प रैली को संबोधित करते हुये नीतीश ने कहा कि 1989 का भागलपुर दंगा कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान हुआ था और उसके लिये उसे माफी नहीं मिल सकती है.प्रदेश की पिछली राजद सरकार पर भागलपुर दंगे के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुये नीतीश ने कहा कि जिन मामलों में सबूत रहने के बावजूद भी राजद शासनकाल में आरोपी बरी हो गये थे उनकी सरकार बनने पर उन मामलों में अदालत से इजाजत लेकर फिर से मामला दायर कर उन्हें सजा दिलायी.
उन्होंने कहा कि भागलपुर दंगा प्रभावित बेसहरा परिवारों को हमने पहले ढाई हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देने की घोषणा की थी जिसे अब बढाकर पांच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दे रहे हैं. बिहार में पिछले राजद शासनकाल की चर्चा करते हुये नीतीश ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब लाठी में तेल पिलाने का जमाना नहीं है, कलम में स्याही भरने का है.
अपने पुराने सहयोगी दल भाजपा पर निशाना साधते हुये नीतीश ने कहा कि विश्वासघात हमने नहीं किया है. भाजपा ने जदयू एवं देश की जनता के साथ किया है.भाजपा से अलग होने के निर्णय को मजबूरी में लिया गया फैसला बताते हुए उस पर प्रहार करते हुए कहा कि कल तक साथ थे तो गुणगान कर रहे थे आज उनकी आलोचना करते रहते हैं.
नीतीश ने भाजपा के साथ अपनी पार्टी जदयू के गठबंधन के बारे में कहा कि 17 वर्ष पहले गठबंधन इस आधार पर हुआ था कि न तो विवादित मसलों पर आगे बढेंगे और न ही विवादित मुददों को उठायेंगे. राजग में धारा 370 की बात नहीं होगी. समान आचार संहिता की बात नहीं होगी. अयोध्या मसले का समाधान या तो बातचीत से होगा या अदालत के फैसले से होगा.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2002 के गुजरात दंगों को भुलाया नहीं जा सकता है और न ही माफी दी जा सकती है. नीतीश ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने जदयू की बात को दरकिनार करके रास्ता तय किया. उन्हें लोभ हो गया और भ्रम हो गया कि देश में समर्थन की आंधी चल रही है या ब्लोअर से चलायी गयी हवा है, इसमें कोई दम नहीं है. हमने जोखिम उठाया, वे जुआ खेलते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार रहे या न रहें वे देश में साम्प्रदायिक एवं पारस्परिक सौहाद्र्र को बनाये रखने तथा देश को एकजुट करने में लगे रहेंगे. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का नाम लिये बिना उन पर प्रहार करते हुये कहा कि हमने समाज को जोडा है तोडा नहीं. कानून का राज कायम किया है. समावेशी विकास का नजरिया अपनाया है.
नीतीश ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि हवाबाजी से काम नहीं चलेगा. उन्होंने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का प्रधानमंत्री ऐसा हो जो समाज के सभी समुदायों को साथ लेकर चले. धर्मनिरपेक्षता में अटूट विश्वास हो, पिछडे इलाके के विकास करने की चिंता करता हो.मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास माडल की प्रशंसा प्रख्यात अर्थशास्त्री प्रो0 अमर्त्य सेन ही नहीं देश एवं विदेश में होने लगी. प्रख्यात अर्थशास्त्री प्रो0 अमर्त्य सेन द्वारा की गयी प्रशंसा लोगों (भाजपा) को नहीं भायी और उनकी आलोचना करने लगे. ऐसे लोगों से सतर्क रहने की आवश्यकता है.