पटना: गांधी मैदान को धरोहर के रूप में विकसित करने और इसे पटना का एक दर्शनीय स्थल बनाने की दिशा में प्रभात खबर की पहल रंग लाने लगा है. इस मुद्दे पर पहली बार समाज का ध्यान गया, हलचल मची. सरकार का भी ध्यान गया और पहल शुरू हुई है. पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव बी प्रधान ने कहा कि गांधी मैदान ऐतिहासिक महत्व का है. इसे और सुंदर बनाने की योजना पर पर्यटन विभाग ने मंथन शुरू कर दिया है. गांधी मैदान को ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के लिहाज से और कितना सुंदर बनाया जाये. इस पर विभाग विमर्श करेगा.
प्रधान सचिव ने कहा कि गांधी मैदान कई ऐतिहासिक और राजनीतिक घटनाओं का गवाह रहा है. देश-विदेश से बिहार आने वाले पर्यटक इसे देखने आयें, इसके लिए पर्यटन विभाग ब्लू प्रिंट तैयार करेगा. इसके तहत मैदान के बाउंड्री पर चित्रकारी होगी. राज्य का इतिहास उकेरा जायेगा.
उन्होंने कहा कि पटना आने वाले देशी और विदेशी पर्यटक गोलघर, म्यूजियम, गुरुद्व्रारा, शेरशाह की मस्जिद , कुम्हरार पार्क और बुद्ध स्मृति पार्क ही नहीं देखना चाहते, बल्कि गांधी मैदान का भी देखने की इच्छा रखते हैं. इस कारण से पर्यटकीय लिहाज से गांधी मैदान को और बेहतर बनाने की योजना विभाग बना रहा है. इस मोरचे पर पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन के साथ-साथ कला-संस्कृति विभाग, जिला प्रशासन और पटना नगर निगम के अधिकारियों से भी बात करने की इच्छा जतायी है.
पर्यटन सचिव ने कहा कि पटना के बुद्बिजीवियों से गांधी मैदान को टूरिज्म के लिहाज से डेवलप करने के लिए कंक्रीट आइडिया भी मांगा गया है. मैदान के सौंदर्यीकरण को लेकर पर्यटन विभाग का नजरिया साफ है. हम गांधी मैदान को और खूबसूरत बनाना चाहते हैं, किंतु यह सब जिला प्रशासन और नगर निगम के अलावा पटना के नागरिकों के सहयोग के बिना संभव नहीं होगा. गांधी मैदान में रैलियां हो या ना हो, यह फैसला सरकार और जिला प्रशासन के स्तर पर होता है. पर, इसे सुंदर और बिहार की कला, इतिहास और परंपरा की जानकारी से समृद्ब जरूर बनाया जायेगा.