सोनिया सिन्हा
नये साल और ठंड में खास पर्व मकर संक्रांति में तिल और गुड़ की महत्ता है. लोग एक-दूसरे को तिल और गुड़ देते हैं और भगवान को चढ़ाते है. पूजा के बाद सबसे पहले मुंह में तिल डाला जाता है उसके बाद ही कुछ और खाया जाता है. ठंड में तिल और गुड़ का सेवन करना फायदेमंद होता है. डायटिशियन सोनिया सिन्हा ने बताया कि ठंड में तिल और गुड़ शरीर को गरमाहट देता है, इस वजह से भी ठंड में इस पर्व में तिल-गुड़ का महत्व है.
तिल में कैल्शियम, फॉलिक एसिड, मैग्निशियम, जिंक, आइरन इत्यादि होता है. वहीं गुड़ में आइरन होता है. दोनों ही शरीर को गरमी देते हैं. तिल स्कीन के लि भी अच्छा होता है. उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में रोज भी थोड़ा-थोड़ा, लगभग 20 ग्राम गुड़ खाया जा सकता है, लेकिन लिमिट से ज्यादा तिल-गुड़ एक साथ खाना नुकसान देता है. वह जरूरत से ज्यादा कैलोरी बना देता है, जो नुकसान दे सकता है.
तिल-गुड़ खाने का फायदा
तिल में होने वाला जिंक हड्डियों को मजबूती देता है और ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना खत्म कर देता है.
तिल में फाइटोस्टेरोल होता है, जो कि लो बैड कोलेस्ट्रोल होता है.
तिल विटामिन इ की मात्र को बढ़ाता है, जो बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है.
तिल हाइपर टेंशन और स्ट्रेस को कम करता है.
तिल में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा में कसाव लाते हैं और आपको यंग रहने में मदद करते हैं.