पटना: बिहार में अभी आम आदमी पार्टी का संगठनात्मक ढांचा भी तैयार नहीं हुआ है, लेकिन सदस्यता अभियान को लेकर विवाद शुरू हो गया है. पार्टी के कई सदस्यों ने बुधवार को ‘आप’ की प्रदेश स्तरीय बैठक में सदस्यता अभियान को ही कटघरे में खड़ा कर दिया. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पार्टी की बिहार इकाई के संस्थापक सदस्यों की एक कमेटी जल्द ही पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलेगी और उन्हें बिहार में चल रही गतिविधियों से अवगत करायेगी. सदस्यों का कहना था कि पार्टी में न केवल विभिन्न राजनीतिक दलों के बल्कि प्रतिबंधित संगठनों के लोगों को भी सदस्य बनाया जा रहा है.
इतना ही नहीं, बैठक में ‘आप’ के नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कई जगहों पर कुछ असामाजिक तत्वों ने गलत रसीद छपवा कर सदस्यता शुल्क के नाम पर पैसों की उगाही की है. बुधवार को आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य डॉ रत्नेश चौधरी और प्रदीप कुमार सिंह की अध्यक्षता में पंचायत परिषद में एक बैठक हुई. बैठक में राज्य के विभिन्न जिलों से 80-85 लोगों ने भाग लिया. जिसमें समाजसेवी,डॉक्टर,वकील, प्रोफेसर,किसान तथा कालेजों के छात्र शामिल थे. बैठक में सभी सदस्यों ने पार्टी की गतिविधियों पर अपनी बेबाक राय रखी.
और कहा कि राज्य में आम आदमी पार्टी के पक्ष में जबरदस्त लहर है. साथ ही सदस्यों पार्टी में शामिल हो रहे आपराधिक छवि के लोगों पर चिंता व्यक्त की.
बिहार की लोस की सभी सीटों पर उम्मीदवार देगी
प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में आम आदमी पार्टी सभी 40 लोकसभा सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी. पार्टी राज्य की 8405 पंचायतों में पंचायत स्तर कमेटी तथा वार्डो में वार्ड कमेटी का गठन कर सकारात्मक सोच वाले बुद्धिजीवियों को पार्टी से जोड़ेगी.