पटना: ट्रेन पर छोड़ी गयी तीनों बच्चियों के पिता उन्हें लेने के लिए प्रयास भारती संस्था के पास रविवार को ही पहुंच गये. इसके बाद भी वे बेटियों को नहीं ले जा सके. इसके लिए उनसे प्रयास भारती संस्था की ओर से बेटियों के पिता होने का प्रमाणपत्र मांगा गया था. उसे लाने के लिए वह सोमवार को फिर नवादा लौट गये. संस्था के अधीक्षक सीमा ने बताया कि बच्चियां गलत हाथ में न लगें, इसके लिए पिता से उनकी पूरी जानकारी व प्रमाणपत्र मांगा गया है. साथ ही बच्चियों को असली पिता नंदकिशोर विश्वकर्मा को सौंपी जाये या नहीं, इसका निर्णय मंगलवार को बाल कल्याण समिति की होनेवाली बैठक में लिया जायेगा.
नानी घर जाना चाहती हैं तीनों बच्चियां : बच्चियां अपने पिता नंदकिशोर के साथ नहीं जाना चाहती हैं. बड़ी बेटी नंदिनी ज्यादा नहीं बोलती है, लेकिन पूछने पर वह अपनी नानी के घर जाने की बात कहती है. हालांकि, वहां बच्चियों की देखभाल ठीक से होगी या नहीं, उन्हें मां का प्यार मिलेगा या नहीं, इसके बारे में संशय बना हुआ है.
वैसे नंदकिशोर अब अपनी बेटियों को अपने पास रखना चाहते हैं. इसके लिए वह प्रमाणपत्र लाने के लिए नवादा गये हैं. मालूम हो कि इस खबर को पिछले दिनों प्रभात खबर में प्रमुखता से छापा गया था. इसके बाद बच्चियों को उनके पिता के पास पहुंचाने की पहल शुरू हुई.