नयी दिल्ली/पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और बाद में कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने की वर्ष 2009 जैसी गलती नहीं दोहराने का संकल्प लिया. लालू ने करीब दस मिनट की बैठक के बाद बताया कि सोनिया ने कहा है कि वह गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा के लिए अगले महीने फिर से उनसे मुलाकात करेंगी.
उन्होंने कहा कि वह पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि इस बार – राजद- लोजपा गठबंधन होगा और यह बिहार, झारखंड तथा अन्य जगहों पर ‘सांप्रदायिक बलों’ को रोकेगा. उन्होंने इस मौके पर राहुल गांधी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल से ‘लाखों गुना बेहतर’ है.
लालू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि हम सांप्रदायिक बलों के खिलाफ सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करेंगे. कांग्रेस अखिल भारतीय, मजबूत तथा धर्मनिरपेक्ष दल है. इससे पहले भी हम एकजुट हुए थे, आज भी हैं और भविष्य में भी रहेंगे. मैं इसके लिए कुछ भी त्याग करुंगा.’’ उन्होंने कहा कि मैं किसी भी कीमत पर सांप्रदायिक बलों को सत्ता हथियाने नहीं दूंगा. यह मेरा सपना है.
लोजपा और राजद ने वर्ष 2009 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन किये बगैर मिलकर चुनाव लड़ा था. राजद ने केवल चार, कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं और लोजपा खाता भी नहीं खोल पाई थी. महाभारत के उदाहरण के संदर्भ में लालू ने कहा कि उस समय कांग्रेस ने केवल पांच गांव मांगे थे. यह हमारी भूल थी कि हमने उन्हें नहीं दिया. अब, यह फिर से नहीं होगा. हमारा गठबंधन लोजपा और कांग्रेस से है. मैंने गलती की थी.
लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के इस बार उनकी पार्टी को कमतर आकने को लेकर राजद से नाराज होने की अटकलों पर, लालू ने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं. मैं पासवान या किसी अन्य से नाराज नहीं हूं. हम एक साथ हैं.