गोपालगंज. आखिर जिले में सैकड़ों शिक्षकों का पद रिक्त रह गया. नियोजन के लिए अभ्यर्थी नहीं पहुंच रहे हैं. शिक्षकों के अभाव में विद्यालयों की पढ़ाई भी अब बाधित होने लगी है. शिक्षा विभाग भले ही तमाम कोशिश कर रहा हो, लेकिन उनकी कोशिश पर नियोजन इकाइयों ने पानी फेर दिया है. कई नियोजन इकाइयों पर रिश्वतखोरी का आरोप भी लगा,जो अभी जांच का इंतजार कर रहा है. ऐसे में जिले के 14 प्रखंडों तथा 196 पंचायत नियोजन इकाइयों और तीन नगर पंचायत, एक नगर पर्षद को मिला कर 1110 पद पर नियोजन नहीं हो सका. वर्ष 2012-13 में विभाग के काफी प्रयास के बाद 1180 पदों पर शिक्षकों का नियोजन हो सका था. इधर, आधा पर रिक्त रहने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ने विभिन्न नियोजन इकाइयों से योगदान किये गये शिक्षकों की सूची की मांग की है, ताकि रिक्त पदों के लिए अब विभाग से निर्देश मांगा जाये कि कैसे इन पदों को भरा जाये. शिक्षक नियोजन को लेकर अधिकांश पंचायत की नियोजन इकाइयों ने हर अभ्यर्थियों से मोल-जोल किया है, जिससे खाली रह गये. इन रिक्त पदों को लेकर अब विभाग की मुश्किलें बढ़ने लगी है.
एक नजर में शिक्षकों का नियोजन
प्रखंड का नाम रिक्त पद कुल योगदान
गोपालगंज 168 39
बरौली 385 143
कटेया 132 42
उचकागांव 233 47
कुचायकोट 357 187
बैकुंठपुर 422 228
मांझा 363 108
हथुआ 232 92
सिधवलिया 178 51
फुलवरिया 196 66
पंचदेवरी 129 48
विजयीपुर 134 39
भोरे 227 51
थावे 134 39
कुल 3290 1180