पटना: नयी दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, सहित देश के विभिन्न महानगरों व शहरों में नये साल के जश्न पर आयोजित होने वाली रेव पार्टियों में इस्तेमाल के लिए बिहार से नशे के इंजेक्शन (फोर्टविन) भेजे जा रहे हैं.
नशे के सौदागरों ने लखनऊ को इसके लिए सेंटर बना रखा है. यह खुलासा नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारियों द्वारा पटना से वाया हाजीपुर होते हुए लखनऊ भेजे जा रहे 21 हजार 600 इंजेक्शन की खेप पकड़े जाने के बाद हुआ है. इस मामले में एक कैरियर व गोविंद मित्र रोड के दो दवा विक्रेताओं को गिरफ्तार किया गया है. एनसीबी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फोर्टविन इंजेक्शन में साइकोट्रोपिक सबसटेंश होता है, जो सीधे ब्रेन पर असर करता है. जो इंजेक्शन बरामद किये गये हैं, उसकी आपूर्ति के कोई भी कागजात गिरफ्तार अभियुक्तों ने नहीं दिखाया है. इंजेक्शन की यह खेप हाजीपुर रेलवे स्टेशन से पार्सल के माध्यम से लखनऊ के लिए बुक करायी गयी थी.
रैनबैक्सी कंपनी की पैकिंग पर पेनाटाजोनिक लैक्टेट इंजेक्शन फोर्टविन लिखा है. इसका इस्तेमाल रजिस्टर्ड डॉक्टर की एडवाइस के बिना नहीं किया जाता है.
60 का पैक 2000 में
एनसीबी के अधिकारियों ने बताया कि 60 रुपये में 12 इंजेक्शन का पैक मिलता है. इसे रेव पार्टियों में इस्तेमाल के लिए दो हजार रुपये प्रति पैक बेचा जाता है. एक एमएल का इंजेक्शन पूरी तरह 24 घंटे तक अपना असर दिखाता है. एनसीबी सूत्रों ने बताया कि 26 अक्तूबर 2013 को पीरबहोर थाना कांड संख्या – 472/2013 दर्ज करते हुए गोविंद मित्र रोड की दवा दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की गयी थी.