पटना : अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ तालमेल के प्रति आशांवित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमों लालू प्रसाद ने आज कहा कि उन्हें संसद जाने से रोका गया है पर संप्रदायिक शक्ति को निकाल बाहर करने के लिए वे जनसंसद में जाएंगे. लालू ने आज यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्हें संसद जाने से रोका गया है पर सांप्रदायिक शक्ति को निकाल बाहर करने के लिए वे जनसंसद में जाएंगे.
अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ राजद एवं लोजपा का तालमेल होने के प्रति आशांवित लालू ने कहा कि रांची जेल से छूटने पर उनका हाल-चाल जानने के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने उन्हें फोन किया था. उन्होंने कहा कि सोनिया ने उन्हें बधायी देते हुए उनके जेल से छूटने पर खुशी का इजहार किया. लालू ने अगले लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उक्त चुनाव की तारीख की जल्द ही घोषणा होने वाली है और जेल से बाहर आने के बाद इस चुनाव में धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को एकजुट करने के लिए उनकी जिम्मेवारी काफी बढ गयी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित अन्य समान विचारधारा वाले दलों से इसको लेकर बात करेंगे.
उन्होंने कांग्रेस को एक राष्ट्रीय दल बताते हुए कहा कि यह उस दल का अपना मामला है कि वह राहुल गांधी या किसी अन्य को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुनती है पर उस दल के साथ हमारा रिश्ता पूर्व के भांति मजबूत है. भाजपा और जदयू के 17 सालों तक साथ रहने के बाद जदयू के भाजपा से अलग होने पर उसपर चुटकी लेते हुए नीतीश कुमार के बारे में कहा कि ससुराल (भाजपा) से निकाले जाने पर अब वे अपने नैहर (पैतृक स्थान) लौट आए हैं. राजद सुप्रीमों ने कहा कि संप्रदायिक पार्टी भाजपा के साथ 17 सालों तक साथ रहने के बाद नीतीश धर्मनिरपेक्ष कैसे हो गए.
लालू ने कहा कि उन्होंने भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार किया था पर अपने शासनकाल में नीतीश ने आडवाणी की रथ यात्र को हरी झंडी दिखायी. बिहार में जदयू और भाजपा के मरे पडे होने का दावा करते हुए लालू ने कहा कि उनके जेल जाने से ये दोनों दल महामहोत्सव मना रहे थे. उन्होंने जदयू और भाजपा के आपस में मिले होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि नीतीश कुमार की पार्टी के बिहार में दो सीट भी नहीं जीत सकती तथा भाजपा उन्हें एक सीट पर हराने की स्थिति में नहीं है.
आपराधिक छवि वाले चुन्नू ठाकुर को जदयू में शामिल किए जाने और बाद में उन्हें पार्टी से निकाले जाने के बारे में राजद सुप्रीमों ने दावा किया कि अपहरणकर्ता जो कि प्रदेश की पिछले राजद शासनकाल में उन्हें बदनाम किया करते थे वे अब नीतीश कुमार के साथ हैं और वे अब सभी अपराधियों को जमा करने में लगे हुए हैं. सर्दी का मौसम होने के बावजूद लालू के कल रात्रि अपने घर लौटने पर भारी संख्या में वहां राजद के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.