पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए प्रभावी कानून बनाने की जरूरत है. सख्त कानून बनाने की चर्चा तो बहुत दिनों से चल रही है. अब इसे अमली जामा पहनाने की आवश्यकता है. इसके लिए राज्यों के साथ राजनीतिक स्तर पर विमर्श होना चाहिए. सिर्फ प्रशासनिक स्तर पर विमर्श पर्याप्त नहीं है. मंगलवार को वह कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भारत सरकार के गृह सचिव ने सभी राज्यों के गृह सचिवों की बैठक बुलायी थी. हमारी राय थी कि सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए उपयुक्त कानून बनना चाहिए. हम इसके हिमायती हैं. जो राज्य सांप्रदायिक हिंसा को रोकने में कोताही बरतते हैं, वैसे राज्यों के सांप्रदायिक हिंसा ग्रस्त क्षेत्र को केंद्र सरकार डिस्टर्ब एरिया घोषित करके सीधे हस्तक्षेप करे. अपने केंद्रीय बलों के माध्यम से सांप्रदायिक हिंसा को रोके व हिंसा के शिकार लोगों को पर्याप्त मुआवजा मिले.उन्होंने कहा कि 1990 में भागलपुर दंगा हुआ था. दंगे में दोषी लोगों को साक्ष्य रहते हुए भी अनुसंधान के द्वारा आरोप मुक्त कर दिया गया था.
मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि : मुख्यमंत्री ने प्रख्यात समाजसेवी स्व राजनंदन प्रसाद सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने कंकड़बाग के पीसी कॉलोनी स्थित आवास पर जाकर स्व सिन्हा के श्रद्धकर्म में भाग लिया. मुख्यमंत्री ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व का स्मरण भी किया.