पटना : भाजपा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बहुमत का जुगाड करने में माहिर बताते हुए आज कहा कि नीतीश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिये उसके पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है.
राज्य विधानसभा में ‘राज्य में आतंकवाद, साम्प्रदायिकता एवं नक्सलवाद से उत्पन्न स्थिति’ पर विमर्श के बाद सरकार की ओर से जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा जवाब दिए जाने के बाद कल नीतीश ने भाजपा पर अफवाह फैलाने और झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उसे चुनौती दी थी कि अगर वे (नीतीश कुमार) सभी मोर्चे पर विफल हैं तो सदन में अविश्वास मत का प्रस्ताव लाकर वे लोग (भाजपा) उनकी सरकार को विदा कर दे. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि इसके लिए हमारे पास सदन में पर्याप्त मत नहीं है. जब हमारे पास पर्याप्त मत होगा तो हम निश्चित रुप से इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे.
भाजपा से जदयू के अलग होने के पूर्व बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री रहे नंदकिशोर ने आरोप लगाया कि सरकार बचाने के लिए संख्याबल का जुगाड़ करने में मुख्यमंत्री को महारत हासिल है और इसलिये वे इतने विश्वास के साथ ऐसी बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसी वजह से मुख्यमंत्री कांग्रेस और बिखरे हुए तीसरे मोर्चे के बीच झूल रहे हैं. 238 सदस्यीय बिहार विधानसभा में जदयू के 118 विधायक हैं. पिछले 16 जून को भाजपा से नाता तोडने के बाद उसे बहुमत के लिए 122 विधायकों के आंकडे की आवश्यकता थी पर कांग्रेस के चार विधायकों, चार निदर्लीय विधायकों और भाकपा के एक विधायक के समर्थन के साथ पिछले 19 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में विश्वासमत हासिल करने में कामयाब हुए थे.
भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुशासन की तिलांजलि देते हुए धन एवं मंत्री पद का लालच देकर निर्दलीय विधायकों का समर्थन पाने में सफल रहे तथा अब राजद और अन्य दल को तोडने में लगे हुए हैं.मुख्यमंत्री के उस कथन पर कि वे सत्ता में हैं तो किसी की कृपा पर नहीं बल्कि बिहार की जनता ने जनादेश दिया है, के संदर्भ में नंदकिशोर ने उनपर प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया और कहा कि वर्ष 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में जनादेश जदयू नहीं बल्कि राजग को मिला था.
सदन में सरकार का विरोध करने के समय भाजपा और राजद के साथ होने के बारे में पूछे जाने पर नंदकिशोर ने कहा कि सदन में विपक्ष की एकता के लिए उन्होंने राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी से संपर्क साधा था पर उन्होंने उनका फोन ही नहीं उठाया. भाजपा द्वारा नीतीश सरकार पर नक्सलियों के प्रति नरम रवैया अपनाने के आरोप को सही ठहराते हुए नंदकिशोर ने कहा कि इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है.