ये जुमला राजधानी में सोमवार को खूब सुनने को मिला. लोग आगे जाने से पहले उधर से लौट रहे लोगों से ट्रैफिक के बारे में पूछ रहे थे कि आगे क्या हाल चाल है भाई, जाम की स्थिति कैसी है. दरअसल, शिक्षक, होमगार्ड व छात्र संगठनों के धरना, प्रदर्शन व हंगामे ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर ब्रेक लगा दिया. दोपहर बाद संगठनों के जुलूस-प्रदर्शन ने गाड़ियों की रफ्तार ऐसी थामी कि देर शाम तक गाड़ियां शहर की सड़कों पर रेंगती रहीं. आर ब्लॉक चौराहा हंगामे का केंद्र बिंदु बना. अपनी मांगों को लेकर प्राथमिक, नियोजित व संस्कृत शिक्षकों ने वहां तीन दिवसीय धरने की शुरुआत की. वहीं मगध महिला कॉलेज के रास्ते को लेकर छात्र-छात्राओं ने जोरदार प्रदर्शन किया. अपनी पांच सूत्री लंबित मांगों को लेकर बिहार रक्षावाहिनी स्वयंसेवक संघ ने भी रैली निकाली. आर ब्लॉक पर उनका प्रदर्शन धरना में तब्दील हो गया.
पटना: प्रदर्शन की वजह से मुख्य सड़कों पर घंटों जाम लगा रहा. सुबह दस बजे से ही शिक्षक, छात्र व होमगार्ड संगठनों का जुलूस निकलना शुरू हो गया. जिन-जिन रास्तों से उनका जुलूस निकलता, पीछे वाहनों की लंबी कतार लग जाती. जाम में फंसने से बचने के लिए कई लोग लिंक रोड से निकलने का प्रयास करते, मगर फिर उसी में फंस जाते. इस दौरान सड़क के साथ जुड़ीं गलियां भी जाम का शिकार हो गयीं. ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों ंकी लंबी कतार को तोड़ने के लिए बगैर सूचना ही कई रास्तों को वनवे बना दिया. डाक बंगला, जेपी गोलंबर, स्वामी नंदन तिराहा, जीपीओ, फ्रेजर रोड, स्टेशन गोलंबर, महावीर मंदिर पूरी तरह से जाम रहा.
आर ब्लॉक गेट बंद : पुलिस-प्रशासन ने हंगामे के बावजूद यातायात को सुगम बनाये रखने के लिए आर ब्लॉक गेट खुला रखने की योजना बनायी थी, मगर प्रदर्शनकारियों के हंगामे की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका. दोपहर बाद गेट बंद कर दिया गया. इसके चलते करबिगहिया रोड ओवरब्रिज पर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गयी. आरओबी पर भीड़ देख कर कई लोगों ने मीठापुर गुमटी से निकलने का प्रयास किया, मगर वहां भी फंस गये. दोपहर से लेकर शाम तक इस पुल को पार कर दूसरी तरफ उतरने में कई फोर व्हीलर को पौन घंटे से लेकर सवा घंटे का समय तक लगा.
अमरनाथ पथ में लंबी लाइन : पुल से बुद्ध मार्ग में उतरने वाले दोपहिया वाहन चालक अमरनाथ पथ में घुस रहे थे, जिसके कारण इस सड़क पर दिन भर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली. ओवरटेकिंग पर रोक लगाने के लिए कई जगह पर पुलिसकर्मियों को भी लगाया गया था. बुद्ध मार्ग से तारामंडल होते हुए आयकर गोलंबर जाने वाली सड़क हो या एक्जीबिशन रोड में रामगुलाम चौक से चिरैयाटांड़ पुल तक जाने वाली सड़क, हर सड़क पर गाड़ियां रेंगती नजर आ रही थीं. गेट बंद होने से देर शाम तक ट्रैफिक का यही आलम दिखा. स्टेशन गोलंबर से आर ब्लॉक की तरफ जाने वाली सड़क पर लोगों ने ऑटो, रिक्शा और सिटी बस को छोड़ करके पैदल ही अपने निर्धारित स्थानों के लिए चल दिये. अनिसाबाद से स्टेशन की तरफ जाने वाले मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध रहा.
स्कूली बच्चे व मरीज परेशान
आर ब्लॉक से इनकम टैक्स की तरफ जानेवाली सड़क पर लगे जाम में आधा दर्जन स्कूल बसें बुरी फंस गयी थीं. इस दौरान बच्चों ने लंच बॉक्स में बचे हुए भोजन को खाया. काफी देर तक जाम नहीं खुला, तो वे परेशान हो गये और ट्रैफिक इंस्पेक्टर से जाम खुलवाने का अनुरोध करने लगे. इस दौरान कुछ बच्चों ने लोगों से बोतल में पानी मंगवाया और ठेले पर बिक रहे समोसे खाये. छोटे बच्चे रिक्शे पर रोते भी दिखे. सबसे अधिक परेशानी एबुलेंस को हुई. डाकबंगला से इनकम टैक्स की तरफ जानेवाली सड़क पर दो एबुलेंस फंस गये. इस दौरान मरीजों के साथ चलने वाले लोग ने खुद एबुलेंस से उतर कर जाम को खुलाने की कोशिश की.