पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सुप्रीमो रामविलास पासवान ने आज कहा कि उनकी पार्टी सांप्रदायिक हिंसा विरोधी विधेयक के संसद में पेश किए जाने के पक्षधर है और भाजपा को इसका विरोध करने के बजाय उसे संसद में पेश किए जाने पर अपनी बात रखनी चाहिए.
पटना में आज संवाददाताओं से बात करते हुए पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी सांप्रदायिक हिंसा विरोधी विधेयक के संसद में पेश किए जाने के पक्ष में है और भाजपा को इसका विरोध करने के बजाय उसे संसद में पेश किए जाने पर अपनी बात रखनी चाहिए.
लेकिन उस बिल को संसद में पेश किया जाना चाहिए और उसमें मौजूद खामियों के बारे में भाजपा सहित सभी दलों को अपनी-अपनी राय और सुझाव रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि इस बिल में कुछ खामियां हैं और उनकी पार्टी इसको लेकर अपने सुझाव को संसद के समक्ष रखेगी तथा अन्य दल भी अपनी-अपनी बात रखे.
पासवान ने कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर को लेकर संविधान की धारा 370 पर पुनर्विचार किए जाने की मांग कर रहे हैं, ऐसे में सांप्रदायिक हिंसा विरोधी विधेयक पर क्यों नहीं चर्चा होगी.