दो माह से बिछा रखी थी आइइडी
नक्सलियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस करेगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में दिया निर्देश
पटना :औरंगाबाद के नवीनगर-टंडवा मार्ग पर नक्सलियों ने शीशे के ग्लास में तार जोड़ कर आइइडी का विस्फोट कराया गया था. पुलिस जांच के दौरान मिले प्रारंभिक साक्ष्यों के अनुसार, इसकी तैयारी पहले से ही की गयी थी. नक्सलियों को इस बात की पहले से जानकारी थी कि मासिक क्राइम मीटिंग में शामिल होने के लिए विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारी नवीनगर में जुटेंगे.
जिस वक्त टंडवा के थानाप्रभारी सहकर्मियों के साथ पेट्रोलिंग करते हुए नवीनगर गये थे, उसके बाद दो नक्सलियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर फ्यूज तार को कनेक्ट कर दिया. सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने वहां पर दो माह पहले आइइडी को लगाया था. आइइडी पर मिट्टी की परत चढ़ गयी थी और आइइडी बिल्कुल नीचे धंसा हुआ था. विस्फोट के बाद पांच फुट का बड़ा गड्ढा बन गया था. घटनास्थल से विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की विशेष टीम ने बैटरी के टुकड़े, तार, विस्फोट में इस्तेमाल किये गये जिलेटिन के टुकड़ आदि साक्ष्य एकत्र किये हैं.
छह स्थानों पर लैंड माइंस : सूत्रों की मानें, तो औरंगाबाद-नवीनगर के रास्तों व आसपास के इलाकों में नक्सलियों द्वारा छह स्थानों पर लैंड माइंस लगाये जाने का अंदेशा है. पुलिसकर्मियों को सुरक्षात्मक उपाय के साथ ही रास्तों पर आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया है. सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों द्वारा बिना आमने-सामने मुठभेड़ किये हथियार लूटने को लेकर पुलिसकर्मियों को आसानी से टारगेट में लेने के उपाय किये गये हैं, जिसकी जांच पुलिस कर रही है.
नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन होगा तेज
राज्य पुलिस नक्सली संगठनों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन को तेज करेगी. इसके साथ ही नक्सलियों को गिरफ्तार करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया जायेगा. पांच दिनों के अंदर मुंगेर के जमालपुर और औरंगाबाद के टंडवा में हुए नक्सली हमले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इसमें मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों के साथ नक्सली घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी के कारणों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि नक्सली घटनाओं पर रोक लगाने की दिशा में कार्रवाई तेज करें. बैठक में डीजीपी अभयानंद सहित पुलिस वरीय अधिकारी मौजूद थे.
नक्सली के टारगेट पर है पुलिस : समीक्षा बैठक में वरीय पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि नक्सली हमलों में पुलिस ही टारगेट पर है. हथियार लूटने को लेकर ज्यादा हमले किये जा रहे हैं. इसके लिए सिविल पुलिसिंग के बजाय नक्सलियों के खिलाफ हमलावर रुख अपनाया जा सकता है. लेकिन, इससे आम लोगों की परेशानी बढ़ेगी. बैठक में यह तय किया गया कि पुलिस सर्च ऑपरेशन को तेज किया जाये, ताकि नक्सलियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जा सके.