पटना: गांधी सेतु पर लगनेवाले जाम से निबटने के लिए पुलिसकर्मियों को अत्याधुनिक संचार साधनों से लैस किया जायेगा. राज्य पुलिस मुख्यालय ने इससे निबटने के लिए पांच प्रमुख निर्देश दिये हैं.
समन्वय की कमी : उत्तर-दक्षिण बिहार को जोड़नेवाले महात्मा गांधी सेतु पर लगनेवाले जाम की वजह विभिन्न जिलों के पुलिस अफसरों में समन्वय की कमी है. पुलिस मुख्यालय ने गांधी सेतु पर जाम से निबटने को लेकर की गयी समीक्षा बैठक में यह स्वीकार किया है कि पटना व अन्य जिलों के पुलिस अफसरों में समन्वय का अभाव है. इससे जाम से बेहतर तरीके से निबटना मुश्किल हो जाता है. पटना व वैशाली के साथ सीमावर्ती जिलों भोजपुर, नालंदा, जहानाबाद, सारण, समस्तीपुर व मुजफ्फरपुर के पुलिस अफसरों के बीच समन्वय का अभाव दिखता है.
होंगे ये उपाय
एसपी (वायरलेस) पटना गंगा ब्रिज, वैशाली, सिटी पीआइआर पटना व फतुहा में वीएचएफ का रिपिटर स्थापित करायेंगे. इसके लिए एक्सक्लूसिव फ्रिक्वेंसी का उपयोग होगा.
रिपिटर के माध्यम से हैंड हेल्ड सेट (वॉकी-टॉकी) द्वारा पटना व वैशाली जिले के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एक पोस्ट से दूसरे पोस्ट पर संपर्क स्थापित करेंगे.
एसपी (वायरलेस) 30-30 वीएचएफ हैंड हेल्डसेट (वॉकी-टॉकी) पटना व वैशाली जिलों को उपलब्ध करायेंगे.
भारी वाहनों (मालवाहक ट्रकों) को दूसरे जिले की सीमा पर रोकने के लिए पीआइआर में एक एक्सक्लूसिव फ्रिक्वेंसीवाला नेटवर्क होगा. इससे दूसरे सीमावर्ती जिलों से संवाद का आदान-प्रदान किया जायेगा.
पटना व मुजफ्फरपुर आइजी दोनों जिलोंको अलग-अलग 60 सिपाही, 06 अवर निरीक्षक व 03 पुलिस निरीक्षक उपलब्ध करायेंगे.