संवाददाता, पटना
बिहार में फिल्म सिटी जल्द बनेगी. पीपीपी मोड पर इसका निर्माण होगा. इसके लिए 15-20 एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है. इसमें पोस्ट प्रोडक्शन सहित फिल्म निर्माण संबंधी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह जानकारी गुरुवार को कला-संस्कृति विभाग के सचिव चंचल कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने बताया कि फिल्म विकास निगम पटना में फिल्म सिटी खोलने की योजना पर काम कर रहा है. युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने और फिल्मप्रेमियों के लिए फिल्म महोत्सवों का भी आयोजन किया जा रहा है. अब तक इसका आयोजन उद्योग विभाग करता रहा है, लेकिन अब यह कला संस्कृति विभाग के हाथों में आ गया है. जल्द ही कई और फिल्म महोत्सवों का आयोजन किया जायेगा.
हो रहे कई तरह के कार्यक्रम : उन्होंने बताया कि कला-संस्कृति विभाग आर्ट एंड कल्चर को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. 20 से 22 दिसंबर तक कविता समारोह होगा, जबकि अगले वर्ष फरवरी में लिटरेचर फेस्टिवल. अभी तक सूफी गीत-संगीत का कार्यक्रम पर्यटन विभाग ही करता रहा है, किंतु अब कला-संस्कृति विभाग ने भी कार्यक्रम आयोजित करना शुरू किया है. हाल ही में ‘जहान-ओ-खुसरो’ कार्यक्रम हुआ है. फरवरी, 2013 में अगला सूफी संगीत का कार्यक्रम भी होगा. कला-संस्कृति क्षेत्र के कलाकारों का भी सम्मान किया जायेगा. सम्मानित होनेवाले कलाकारों की सूची शीघ्र ही जारी की जायेगी. विश्व भारती और शांति निकेतन के कलाकारों की प्रदर्शनी पटना में लगायी गयी है. जल्द ही उनकी प्रदर्शनी राजगीर में भी लगेगी. पुरातात्विक स्थलों पर फोटोग्राफरों व चित्रकारों की कार्यशालाएं आयोजित की गयी हैं.
स्टेडियम के लिए दान करें जमीन : खेलों के विकास के लिए भी विभाग लगातार काम कर रहा है. पंचायतों में खेल स्टेडियम बनाये जा रहे हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि स्टेडियम निर्माण में जगह का संकट आड़े आ रहा है. लोगों से उन्होंने स्टेडियम निर्माण के लिए जमीन दान देने की अपील की. पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर का विकास 80. 81 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है. मोइनुल हक स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए कंसल्टेंट बहाल किया जायेगा. स्टेडियम को तोड़ कर नया स्टेडियम बनाने की योजना पर मंथन चल रहा है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों, कलाकारों और विभिन्न सांस्कृतिक संस्थाओं का बुकलेट भी विभाग जारी करेगा. संवाददाता सम्मेलन में संस्कृति निदेशालय के निदेशक विनय कुमार, म्यूजियम के क्षेत्रीय उपनिदेशक परवेज अख्तर, पुरातत्व संरक्षक अतुल वर्मा, खेल निदेशक सुधांशु, अजीत कुमार सिंह व सुबोध कुमार भी उपस्थित थे.