पटना: बालमुकुंद टीएमटी सरिया के मालिक बालमुकुंद के अपहरण की साजिश को पटना पुलिस ने मंगलवार को विफल कर दिया. बाढ़ जेल में बंद कुख्यात नागा सिंह और मृत्युंजय सिंह ने मिल कर साजिश रची थी. फिरौती में 22 करोड़ रुपये वसूलने की योजना थी. पुलिस ने नागा के तीन गुर्गो को बाइपास थाने के शीतला मंदिर के पास से गिरफ्तार किया. इनके पास से पुलिस ने दो देसी कट्टे, चार कारतूस व दो मोबाइल फोन बरामद किये हैं.
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि जेल में बंद नागा सिंह व मृत्युंजय सिंह ने बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल में मशहूर टीएमटी सरिया के मालिक बालमुकुंद के अपहरण की योजना बनायी है. योजना के तहत इनके तीन गुर्गे शीतला मंदिर के पास आनेवाले थे. सूचना मिलने के बाद सिटी डीएसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया. इनकी तलाशी ली गयी, तो इनके पास से लोडेड पिस्टल, कारतूस व मोबाइल फोन बरामद हुए. इस साजिश में धनबाद के भी अपराधी शामिल थे. उन्होंने बालमुकुंद के बारे में कुछ रेकी भी की थी. गिरफ्तार अपराधियों में राहुल और राम रतन के खिलाफ कंकड़बाग थाने में 2010 में अपहरण का एक मामला दर्ज है.
नागा को रिमांड पर लेगी पुलिस
जेल में बंद नागा सिंह व मृत्युंजय सिंह को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. दोनों को रिमांड पर लेने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है. नागा कुख्यात अपराधी है. उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, अपहरण व मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों को मारने के दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. नागा मोकामा के मोलदियार टोला का रहनेवाला है. उसपर सबसे ज्यादा मामले मोकामा व बाढ़ थानों में दर्ज हैं. बाढ़ में बन रहे एनटीपीसी थर्मल पावर प्लांट के ठेकेदारों से भी नागा महीने में लाखों की वसूली भी करता है. एक दशक पहले नागा ने मोकामा थाने के एक दारोगा की हत्या भी कर दी थी. पुलिस के साथ उसने कई बार मुठभेड़ भी की है. नागा के गिरोह में दो दर्जन से अधिक अपराधी हैं. इनके पास एके-47 से लेकर कई आधुनिक पिस्टल व इंसास राइफल भी है.
1.तीनों अपराधी बाइपास से एक चारपाहिया वाहन भाड़े पर लेते
2.फिर वे उससे मोकामा-बड़हिया जाकर रात में एक नयी गाड़ी लूटते
3.लूटी गयी गाड़ी से गणोश सिंह, शंभु सिंह उर्फ मामा (मृत्युंजय सिंह का मामा, हाथीदह), बबलू सिंह, चिंटू सिंह और विक्की (बड़हिया) व इनके गुर्गे एके-47 से लैस होकर गिरिडीह-धनबाद जाते और स्थानीय अपराधियों के सहयोग से बालमुकुंद को अगवा कर 22 करोड़ फिरौती की मांग करते
गिरफ्तार अपराधी
1. राहुल उर्फ भोथारी (रामचरण टोला, महुआरी, बड़हिया, लखीसराय)
2. राम रतन कुमार (रामचरण टोला, दुअन्नी, बड़हिया, लखीसराय)
3. अवनीश कुमार उर्फ घंटी (वार्ड नंबर-दो, बड़हिया, लखीसराय)
ड्राइवर बन कर थानाध्यक्ष ने पकड़ा
गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस ने नागा व मृत्यंजय के गुर्गो को पकड़ने की योजना बनायी. जिस भाड़े की गाड़ी को इन अपराधियों ने लिया था, वह पुलिसवाले की ही थी. उसका चालक बाइपास थानाध्यक्ष मुखलाल पासवान बने थे. पहले एक अपराधी को पकड़ गया. बाद में दूसरे और अंत में तीसरे अपराधी को बाढ़ स्थित बाटा मोड़ के पास से पकड़ लिया गया. पहले पकड़े गये अपराधी को गिरफ्त में लेने के बाद पुलिस उसके मोबाइल फोन पर जेल से मिल रहे आदेश को फॉलो करते हुए अपहरण करने की साजिश को विफल कर दिया.