आठवां रिपोर्ट कार्ड जारी करने से पहले बोले सीएम, बदलनी होगी मानसिकता
मुख्यमंत्री निवास : सुबह के सिमटने और दोपहर के विस्तार का वक्त. लगभग सवा बारह बजे होंगे. झक सफेद कुरता,पायजामा पहने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीपल के पेड़ के नीचे बैठे हैं, जमीन गोबर से लीपी हुई है. आठ साल में पहली बार मुख्यमंत्री अकेले दिख रहे हैं, उनके साथ सुशील मोदी नहीं हैं. पर, कहीं कोई अकेले या कमजोर होने का भाव नहीं है. वे पहले से अधिक आजाद और विश्वास से भरे दिखे. साथ छूटने पर बोले-हमें कोई फर्क नहीं पड़ा. थोड़ा मजा लेते हुए बोल पड़े-गधे के ऊपर जैसे छह मन, उसी तरह नौ मन.
अपनी छोटी उंगुली में पहने मोती की अंगूठी घुमाते हुए वे अपने फैसलों के साथ पूरे प्रदेश के बदलाव को गिनाते गये.
आवास परिसर में बनी कुटिया में जब बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ, तो सूरज की तपिश बढ़ने के साथ नीतीश कुमार की बातों की गरमजोशी भी बढ़ती गयी. बोले, सबसे बड़ी चुनौती तो जनता को यह विश्वास दिलाना था कि बिहार में सरकार भी है. हमारे पहले तो गवर्नेस शब्द तक खत्म हो गया था.
एबसेंस आफ गवर्नेस का मामला था. अंधेरे में रोशनी का जिक्र आते ही चश्मे के पीछे से उनकी आंखें भी चमक उठीं. बोले, बिजली में हम आगे बढ़ रहे हैं, जल्द ही प्रदेश रोशन होगा. विवाद पर मुस्कुराते हुए बोले-किसी को कुछ नहीं सूझ रहा, तो सारे आरोप हम पर लगाये जा रहे हैं. हम कहते हैं, आरोप से ही हल निकलता है, तो हमें हैंग कर दीजिए, समस्या से मुक्त हो जायेंगे. बदलाव के लिए मानसिकता बदलनी होगी. हमें अपने कल की चिंता नहीं है, बल्कि आनेवाली पीढ़ी की चिंता है.
नीतीश सरकार के आठ साल आज जारी होगा रिपोर्ट कार्ड
पटना : अपनी उपलब्धियों का हर साल रिपोर्ट कार्ड जारी करनेवाली नीतीश सरकार सोमवार को आठवां रिपोर्ट कार्ड जारी करेगी. यह पहला मौका होगा, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल अपनी पार्टी जदयू की सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे.
मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में दिन के सवा 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे. अंगरेजी व हिंदी के अलावा रिपोर्ट कार्ड उर्दू में भी तैयार की गयी है.