पटना : जदयू ने आज आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में दंगा के आरोपित भाजपा के दो विधायकों को सम्मानित कर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साबित कर दिया है कि वे वैसे लोगों के सरपरस्त हैं जो समाज में विद्वेष फैलाने में महाराथ हासिल किए हुए हैं.
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इससे (21 नवंबर को आगरा की रैली, जहां मोदी भाजपा विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा को सम्मानित करेंगे) मोदी का दंगाई प्रेम जगजाहिर हो गया है.उन्होंने मोदी पर उत्तर प्रदेश में संप्रदायिकता की आग लगाकर अपनी सत्ता की रोटी सेंकने में मशगूल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी इस कारगुजारी से यही साबित होता है कि भाजपा के नेता देश में दंगा कराएं और मोदी से सम्मान पाएं. रजक ने कहा कि आरएसएस पर पूर्व गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल ने संप्रदायिकता के आरोप में प्रतिबंध लगाया था और यह तभी हटाया गया था जब उसने राजनीति से पृथक होकर केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी का विश्वास दिलाया था.
उन्होंने नरेंद्र मोदी को आरएसएस का समर्थन प्राप्त होने का दावा करते हुए कहा कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रुप में मोदी उनके संगठन की पसंद है. रजक ने कहा कि दंगे जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर भाजपा देश को किस ओर ले जाना चाहती है. देश की जनता समय आने पर इसका माकूल जवाब देगी.