– सुनील तिवारी –
एनआइए ने जारी की आतंकियों की सूची
पटना : नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) ने पटना व बोधगया सीरियल ब्लास्ट मामलों में संलिप्त आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के पांच फरार आतंकियों पर इनाम की घोषणा की है. एनआइए ने इनामी आतंकियों की तसवीर एवं सूची रविवार को जारी की.
दिल्ली स्थित एनआइए मुख्यालय द्वारा जारी सूची के मुताबिक, तहसीन अख्तर उर्फ मोनू और हैदर अली उर्फ अब्दुल्लाह की गिरफ्तारी के लिए दस–दस लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. नुमान अंसारी, तौफीक अंसारी और मोजिबुल्लाह पर पांच–पांच लाख रुपये के इनाम घोषित किये गये हैं. तहसीन व हैदर बिहार के रहने वाले हैं, जबकि बाकी तीन झारखंड के निवासी हैं.
तहसीन की बोधगया और पटना सिलसिलेवार धमाकों के अलावा 21 फरवरी, 2013 को हैदराबाद में हुए धमाकों के साथ एनआइए द्वारा वर्ष 2012 के एक मामले में तलाश है. वहीं, हैदर अली उर्फ अब्दुल्लाह की तलाश बोधगया और पटना सिलसिलेवार धमाकों के अलावा वर्ष 2012 के एक मामले में तलाश है.
रांची स्थित डोरंडा केलाइन मुहल्ला में रहने वाला अब्दुल्लाह औरंगाबाद जिला के मदनपुर थानांतर्गत खरियम्मा का निवासी है.
एनआइए ने राज्यों की पुलिस को इन सभी पांचों आतंकियों की सूची व हुलिया भेज कर विभिन्न इलाकों में पोस्टर या परचे के माध्यम से आम लोगों के बीच पहुंचाने का अनुरोध किया है. आतंकियों के बारे में जानकारी देनेवाले की पहचान गुप्त रखी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि 27 अक्तूबर को पटना में भाजपा की हुंकार रैली के पूर्व गांधी मैदान में हुए सिलसिलेवार धमाकों में छह लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 82 अन्य घायल हो गये थे.
इस रैली को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को संबोधित करना था. बिहार सरकार के अनुरोध पर एनआइए ने पटना रेलवे स्टेशन और गांधी मैदान में हुए सिलिसिलेवार धमाकों की जांच अपने हाथ में ले ली है तथा इन धमाकों से संबंधित दस्तावेज राज्य पुलिस ने उसके हवाले कर दिया है.
पिछले 27 अक्तूबर को पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दस के एक शौचालय में हुए धमाके के बाद पुलिस ने इम्तियाज अंसारी उर्फ आलम तथा उस धमाके में गंभीर रूप से घायल ऐनुल उर्फ तारिक को गिरफ्तार किया था.
पटना धमाके मामले में बिहार पुलिस ने पूर्वी चंपारण जिला के कल्याणपुर थाना अंतर्गत अलौला गांव निवासी ताबिश न्याज उर्फ अरशद को भी गिरफ्तार किया था.
पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दस के एक शौचालय में हुए धमाके में गंभीर रुप से घायल ऐनुल की इलाज के क्रम में मौत हो गयी थी.
इससे पूर्व पिछले सात जुलाई को बिहार के गया जिला के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर और उसके आसपास हुए 10 सिलसिलेवार धमाकों में दो बौद्ध भिक्षु घायल हो गये थे. बिहार सरकार के अनुरोध पर एनआइए इस मामले को भी अपने हाथों में लेकर इसकी जांच कर रही है.
इम्तियाज से मिली थी जानकारी
पटना ब्लास्ट के बाद गिरफ्तार इम्तियाज ने एनआइए को जानकारी दी थी कि तौफिक, नुमान और मुजिबुल उसके साथ पटना आये थे. उसने ही हैदर व मोनू के बारे में भी जानकारी दी थी.