पटना : बिहार सरकार ने आज दावा किया कि 15 लोगों की गिरफ्तारी ,जमाखोरों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अभियान छेड़े जाने और नमक की प्रचुरता के बारे में जानकारी दिए जाने के बाद राज्य में अब नमक खरीदने के लिए कोई हड़बड़ी नहीं मची है.प्रधान सचिव (खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण) शिशिर सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया कि निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई गई अफवाहों के चलते उठे नमक की कमी के कृत्रिम संकट पर जमाखोरों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया है.
सिन्हा ने कहा, ‘‘हम बाजारों में और व्यापारियों के पास नमक की प्रचुरता और बिहार को इसकी आपूर्ति सामान्य होने के बारे में उपभोक्ताओं को समझाने में सफल रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि बिहार में कहीं से भी नमक खरीदने के लिए हड़बड़ी मचने की खबर नहीं है और उपभोक्ताओं द्वारा जरुरत के हिसाब से सामान्य दर पर नमक खरीदे जाने की खबर है. प्रधान सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कल सरकारी मशीनरी तुरंत हरकत में आ गई थी और नमक की कमी का कृत्रिम संकट पैदा करने वालों के खिलाफ कई कदम उठाए गए.
सिन्हा ने कहा कि अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 21 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में अभी और गिरफ्तारियां होने तथा प्राथमिकी दर्ज किए जाने की संभावना है. लोगों को बिहार में नमक की उपलब्धता का आश्वासन देते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि वह ओडिशा सरकार के अधिकारियों तथा जयपुर स्थित केंद्रीय नमक आयुक्त एमए अंसारी के संपर्क में हैं.
सिन्हा ने कहा कि नमक की उपलब्धता और आपूर्ति के बारे में राज्य सरकार को जानकारी देने के लिए आज शाम तक सहायक नमक आयुक्त राजेश नाग बिहार पहुंचेंगे. 2600 मीट्रिक टन नमक की खेप पटना के मारुफगंज डिपो पहुंच चुकी है, जबकि दूसरी खेप जल्द फातुहा पहुंचेगी. पुलिस अधिकारी अफवाह के स्नेत और उपभोक्ताओं को अनुचित दामों पर नमक बेचने वालों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच कर रहे हैं.