* प्याज, टमाटर और आलू के बाद परेशान जनता पर पड़ी नयी मार
प्याज–आलू की आसमान छू रही कीमतों के बीच ऐसी अफवाह फैली कि दो दिनों में राज्य के बाजारों से नमक ही गायब हो गया. बुधवार को सबसे पहले दरभंगा व मधुबनी में नमक की कमी की अफवाह फैली, फिर तो नमक खरीदने के लिए लोग दुकानों पर टूट पड़े. नतीजा दुकानदारों ने 70-80 रुपये किलो तक नमक बेच कर जम कर मुनाफा कमाया. इसके बाद पूरे राज्य में यह अफवाह फैल गयी और गुरुवार को 200 रुपये किलो तक नमक बिकने लगा. जबकि राज्य सरकार व थोक व्यापारियों का कहना है कि नमक की कोई कमी नहीं है. सरकार ने चेतावनी दी है कि इसकी जमाखोरी करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. दरभंगा से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पटना/मुजफ्फरपुर/भागलपुर : दरभंगा व मधुबनी से फैली नमक की कमी की अफवाह ने गुरुवार को विकराल रूप ले लिया. लोगों ने नमक की बड़े पैमाने पर खरीदारी शुरू कर दी. इससे नमक की कीमतों में अचानक उछाल आ गयी. 200 रुपये किलो तक नमक बिका. बिहार की थोक मंडियों में 97 हजार पैकेट नमक का भंडार एक दिन पहले तक भरा पड़ा था, लेकिन अफवाह की वजह से 12 घंटों में चुटकी भर नमक भी गोदाम में नहीं रहा. सुबह से ही हाजीपुर, बख्तियारपुर, मोकामा, बाढ़, खुसरूपुर, दानापुर, फुलवारीशरीफ और आरा के खुदरा व्यापारी नमक खरीदने के लिए पटना के मारूफगंज थोक मंडी में उमड़ पड़े. मंडी में आधा दर्जन नमक की होलसेल दुकानें हैं. शाम तीन बजते–बजते मारूफगंज की नमक दुकानों के शटर गिर गये.
नमक के थोक व्यापारी भी इस संकट को अफवाह की उपज करार देते हैं. नमक की कहीं कोई किल्लत नहीं है.नमक के थोक विक्रेता हैरत में हैं. मारूफगंज के थोक विक्रेता रमेश अग्रवाल ने कहा कि उनके यहां किसी दिन 50 बैग नमक भी बिक जाता था, तो वह खुद को धन्य मानते थे. लेकिन, गुरुवार को उनके गोदाम से चार घंटे में 1, 900 बैग नमक देखते–देखते बिक गया.
बेतिया के कई ग्रामीण इलाकों में यह अफवाह देर शाम फैली और देखते–ही–देखते दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लग गयी. नरकटियागंज में दो सौ रुपये किलो नमक बिका. मुजफ्फरपुर के मुख्य बाजार गोला रोड में लोगों की भीड़ लग गयी. लोग दस से बीस किलो तक नमक खरीद खरीदने लगे. ग्रामीण इलाकों से लोग नमक की खरीदारी करने के लिए मुजफ्फरपुर पहुंचे थे.
औराई इलाके में 120 रुपये किलो नमक बिका. सीमाई इलाके रक्सौल में नमक की कीमत 90 रुपये तक चली गयी. यहां भी लोगों ने लाइन में लग कर नमक खरीदा. दरभंगा व मधुबनी में अस्सी रुपये किलो तक हो गयी. लोगों का कहना था, पहले प्याज फिर आलू अब नमक पर डाका डाला जा रहा है. शिवहर में भी अफवाह का असर रहा. इस दौरान 150 रुपये किलो तक नमक बिक गया.
यहां अफवाह फैलने के एक घंटे बाद प्रसासन चौकस हुआ. छोटा जिला होने के कारण आनन–फानन में स्टॉकिस्टों के यहां अधिकारी पहुंच गये. थोड़ी ही देर में स्थिति नियंत्रण में आ गयी. इधर, नमक की कालाबाजारी के सिलसिले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. पूर्णिया में 80 रुपये किलो नमक बिकने की खबर है, वहीं, खगड़िया में 120 रुपये किलो की दर से नमक की बिक्री हुई है. हालांकि, प्रशासन ने कई जगह छापेमारी की. गोगरी प्रखंड में तीन ट्रैक्टरों पर लदे नमक को जब्त किया गया है. प्रशासन ने अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है.
– नमक पर्याप्त, चिंता नहीं करें
* राज्य में है नमक का पर्याप्त भंडार
* कालाबाजारी और जमाखोरी करनेवाले फैला रहे अफवाह
* अफवाहों पर नहीं दें ध्यान
* नमक ऐसी चीज नहीं कि उसका भंडार किया जाये.
* एक किलो नमक भी चलेगा महीना दिन
* सभी जिलों के डीएम और एसडीओ को जमाखोरों पर कार्रवाई का निर्देश
* जिलों में जिला आपूर्ति पदाधिकारी और प्रखंडों में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों के समक्ष करें शिकायत
– बिहार में कहां–कहां से आता है नमक
* राजस्थान के नावा सिटी, गोविंद मारवाड़ व फलोदी
* गुजरात के गांधी धाम और मोखी
* 97,600 किलो नमक की बिहार में दैनिक खपत
– टोटल रियूमर है नमक संकट का. कहीं कोई कमी नहीं है नमक की. सुबह–सुबह ही एसोसिएशन से सरकार और प्रशासन को नमक के स्टॉक की रिपोर्ट दे दी है. जनता को जितना नमक चाहिए, मिलेगा. नमक पर्याप्त मात्र में उपलब्ध है. प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों को अफवाहों को झुठलाने के लिए पहल करनी होगी.
राजेंद्र मिश्र , महा सचिव, बिहार राज्य आयोडेक्स निर्माता संघ
– सूबे में नमक प्रचुर मात्र में है. लोगों को नमक की कमी नहीं होगी. नमक की कालाबाजारी करनेवालों को 7 ईसी (आवश्यक वस्तु अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया जायेगा. निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत लेने पर भी आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्राथमिकी होगी.
श्याम रजक
खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री