पटना: जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने बिहार से नरेंद्र मोदी के चुनाव लड़ने के आमंत्रण पर चुटकी ली है. मंत्री ने बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी से पूछा कि क्या उनका जनाधार समाप्त हो गया है. बाहर से सांप्रदायिक छवि के नेताओं को चुनाव लड़ने की योजना बनाने की नौबत क्यों आ गयी. भारतीय संस्कृति के रक्षक होने का स्वांग रचनेवाली भाजपा अपनी ही संस्कृति को धूमिल कर रही है.
श्री रजक ने कहा कि बिहार की जनता सांप्रदायिकता का डट कर मुकाबला करती है. सांप्रदायिक छवि व कॉरपोरेट की ओर से आयातित नेता को धूल चटा देगी. आतंक की न तो कोई जात होती है और न ही जमात. आतंकी घटना से उसकी सफलता-असफलता को नहीं आंका जा सकता. संसद पर हुए हमले से क्या उस समय की सरकार असफल थी. गुजरात में हुए दंगे के बाद क्या वहां की सरकार असफल है. भाजपा पहले ईंट और पत्थर की राजनीति करती थी. बाद में लोहे की राजनीति की और लाश पर राजनीति कर रहे हैं.
बम ब्लास्ट से भाजपा का रिश्ता पुराना
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बम विस्फोट जैसे संवेदनशील मसले पर भाजपा जनता को भरमा रही है. बम ब्लास्ट से भाजपा का पुराना रिश्ता है. कर्नाटक में भाजपा का खाता तब खुला, जब वहां चुनावी सभा में बम विस्फोट हुए थे. फ्लॉप जनचेतना रथयात्रा तब हिट साबित हुई, जब मदुरै में बम विस्फोट हुआ. अपने ही शासनकाल में अक्षरधाम, संसद व समझौता एक्सप्रेस की शर्मनाक घटनाओं पर भी भाजपा को जवाब देना चाहिए. जदयू प्रवक्ता प्रो राम किशोर सिंह ने कहा कि आतंकवाद व उग्रवाद की आड़ में राजनीतिक रोटी नहीं सेकी जानी चाहिए.
यह राष्ट्र की एकता, अखंडता व सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरनाक है. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि भ्रष्टाचारमुक्त राजनीति की बात करनेवाली भाजपा भ्रष्ट नेताओं से गंठबंधन की कोशिश कर रही है. प्रदेश महासचिव प्रो रणवीर नंदन ने कहा कि भाजपा नेता अपनी मानसिक संकीर्णता के कारण बिहार के अतीत का गुणगान करते हैं, पर राजनीतिक संकीर्णता के कारण वर्तमान सरकार की उपलब्धियों को बयां करने में कोताही बरतते हैं. जनाधार विहीन नेता बिहार के विषय में अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं.