पटना : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की पटना में आयोजित हुंकार रैली के दौरान आपराधिक तौर पर सुरक्षा की अनदेखी किए जाने के कारण वहां धमाके होने के आरोप पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि वे(नरेंद्र मोदी) झूठ की खेती करने में माहिर हैं.
पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने यह टिप्पणी की. पटना में आयोजित भाजपा की हुंकार रैली के दौरान आपराधिक तौर पर सुरक्षा की अनदेखी किए जाने के कारण वहां धमाके होने संबन्धी मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए नीतीश ने कहा कि रैली के दौरान जो सिलसिलेवार धमाके हुए वह बहुत ही निदंनीय है पर आतंकियों ने उनकी(भाजपा)सहायता(धमाके करके)नहीं की होती तो वह रैली फ्लॉप थी. उन्होंने कहा कि उस रैली के बारे में तो ऐसा दावा किया जा रहा था कि भीड के मामले में रैली विश्व रिकार्ड तोड देगी.
उन्होंने रैली में काफी कम लोगों के आने का दावा करते हुए कहा कि पटना निवासियों की भी इस रैली में कम उपस्थिति थी. आधा गांधी मैदान तो पूरा खाली था और बाकी आधे का भी दो तिहाई हिस्सा खाली था. पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके पर मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उन्हें असंवेदनशील बताया था और कहा था कि उस समय वह राजगीर में छप्पनभोग में तल्लीन थे. उनके इस आरोप पर नीतीश ने कहा कि उन्होंने(मोदी ने)फिर गलत कहा.
नीतीश कुमार ने कहा कि पटना में 27 अक्तूबर को हुए सिलसिलेवार धमाकों को लेकर उनकी संवदेनशीलता इतनी रही कि उन्होंने तत्काल सभी कार्यक्रमों (मुंगेर में अंतराष्ट्रीय योग सम्मेलन और राजगीर में जदयू के सम्मलेन में जाने का कार्यक्रम) को रद्द करते हुए यहां रहना मुनासिब समझा और उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ हालात को लेकर विमर्श किया.भाजपा नेताओं द्वारा उनके (नीतीश) द्वारा रैली की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी स्वयं नहीं किए जाने के आरोप पर नीतीश ने हंसते हुए कहा कि सुरक्षा बलों की तैनाती और कौन किस गेट पर तैनात किया जाएगा क्या कोई मुख्यमंत्री इसे देखता है या पुलिस का काम है.
नीतीश ने कहा कि पटना रेलवे स्टेशन पर पहला धमाका होने पर उन्होंने सभी काम छोडकर मुख्यसचिव ए के सिन्हा और पुलिस महानिदेशक अभयानंद से पल-पल की जानकारी ली और धमाके में घायल लोगों को देखने रात्रि में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल गया था. सुरक्षा को खतरा होते हुए भी घटनास्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि घायलों में से 38 लोगों से बातचीत की थी और उनके बेहतर इलाज का प्रबंध किया गया तथा यह भी निर्देश दिया उनमें जिन्हें बाहर इलाज के लिए भेजने की जरुरत थी, भेजा जाए. मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये राज्य सरकार ने सहायता राशि दी.
नीतीश ने कहा कि अहमदाबाद में 2008 में धमाका हुआ था तो वे (नरेंद्र मोदी) कहां-कहां गए थे. कितने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी. उक्त धमाके में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल कब गए.भाजपा द्वारा बार-बार यह आरोप लगाए जाने पर कि उनके(नीतीश) तथा बिहार सरकार द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लापरवाही बरते जाने के कारण रैली में धमाके हुए,नीतीश ने कहा कि ऐसा बार-बार कहकर वे हिटलर के सलाहकार गोबेल्स के उस सिद्धांत पर चल रहे हैं कि किसी झूठ को सौ बार दोहराने पर वह सच हो जाता है.