पटना: खबरदार रैली में भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि पिछले 17 सालों में नीतीश कुमार ने भाजपा व आरएसएस को मजबूत किया. पिछले सात सालों में बिहार में शासन ने नियोजित शिक्षकों, छात्र, नौजवानों, आशा व अन्य नियोजित कर्मियों की आवाज को लाठी से दबाया. 27 अक्तूबर को भाजपा की हुंकार रैली में हुए बम विस्फोट की घटना की पूरी जांच होनी चाहिए. लालू यादव जेल में हैं. नीतीश कुमार चिंतन कर रहे हैं. लाल झंडे की ताकत ही बिहार को नयी दिशा दे सकती है. हुंकार का जवाब खबरदार है.
खून की फिजा लेकर बिहार आये मोदी : पूर्व विधायक राजाराम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महादलित व अतिपिछड़ा का नारा दिया, पर सामंती ताकतों को बढ़ावा भी दिया. इस सरकार से दलितों, अल्पसंख्यकों व पिछड़ों का मोह भंग हो चुका है. चारा घोटाला में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नीतीश कुमार व शिवानंद तिवारी को दोषी बताया है. इसकी जांच हो. केंद्रीय कमेटी सदस्य सलीम ने कहा कि पिछले दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी खून की फिजा लेकर बिहार आये. उनसे लोकतंत्र को खतरा है. बिहार को गुजरात नहीं बनने दिया जायेगा.
मुजफ्फरनगर दंगापीड़ित युवाओं का आइएसआइ से संपर्क संबंधी बयान पर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जवाब देना होगा. ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि भाजपा के नेता दुष्कर्मियों को बचाने की कोशिश करते हैं. धर्म सांप्रदायिकता व जाति के नाम पर महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. पूर्णिया में आदिवासियों को हक नहीं मिल रहा है.
केंद्र व राज्य में निकम्मी सरकार : पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि केंद्र व राज्य में निकम्मी सरकार है. बाथे नरसंहार को पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन ने राष्ट्रीय शर्म कहा था, लेकिन आज बाथे, बथानी आदि नरसंहार के दोषियों को सजामुक्त किया जा रहा है. जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष अकबर चौधरी ने कहा कि जेएनयू में छात्र संघ चुनाव में आइसा को चारों सीटों पर जीत देश में लाल झंडे की लहर की ओर इशारा करती है. आइसा के महासचिव अभ्युदय ने कहा कि सामंती व सांप्रदायिक ताकतों को हटाना होगा. पूर्व विधायक महबूब आलम ने कहा कि नरेंद्र मोदी गलत जानकारी दे रहे हैं. दरभंगा मॉड्यूल्स के नाम पर निदरेष अल्पसंख्यक युवाओं को परेशान किया जा रहा है.
मंच पर ये भी थे मौजूद : भाकपा माले के नेता रामजतन शर्मा, स्वदेश भट्टाचार्य, नंदकिशोर प्रसाद, अमर, कार्तिक पाल, डीपी बख्शी, रामजी राय, प्रभात कुमार चौधरी, रूबुल शर्मा, जर्नादन प्रसाद, विवेक दास, अनंत गुप्ता, सरोज चौबे, शशि यादव व बृज बिहारी पांडेय.