पटना: परिवहन, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री वृशिण पटेल ने साहित्यकार राजेंद्र यादव के निधन पर गहरी शोक संवेदना जतायी. उन्होंने कहा कि राजेंद्र यादव ने दलित व स्त्री विमर्श को साहित्य के केंद्र में लाया. वे हिंदी साहित्य की नयी कहानी आंदोलन की उस तिकड़ी में से थे.
उन्होंने हिंदी की कहानियों को प्रेमचंद की परंपरा से पृथक किया. हंस के संपादक के रूप में उन्होंने दलित विमर्श व स्त्री विमर्श को केंद्र में लाया.
वे अच्छे अनुवादक व संपादक भी थे. विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद हिमांशु, लोजपा के प्रधान महा सचिव राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, गीतकार गीतेश, गंगेश गुंजन, डॉ राधा कृष्ण सिंह, सन्यासी रेड, प्रो. बीएन विश्वकर्मा, बैद्यनाथ प्रसाद गुप्ता व चंदन कुमारने राजेंद्र यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है .