पटना: बिहार का नीतीश मॉडल अब पाकिस्तान में लागू होगा. पाकिस्तान के दो प्रांतों सिंध व पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने एलान किया है कि वे बिहार के नीतीश मॉडल से काफी प्रभावित हैं. पिछड़े राज्यों को उत्थान पर लाने के लिए यह मॉडल ही सबसे कारगर है. जबकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इकोनॉमिकली सोशलिस्ट की संज्ञा दी है.
पाकिस्तान की सरकारी पत्रिका पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ लेजिलेस्टिव डेवलपमेंट एंड ट्रांसपैरेंसी (पिलडॉट) के हाल ही में जारी विशेष अंक में इस संबंध में आलेख प्रकाशित हुआ है. पत्रिका ने नीतीश मॉडल को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सिंध व पंजाब के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है. सिंध व पंजाब में पाकिस्तान के मशहूर क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की सरकार है.
दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कहा है कि वे बिहार मॉडल से काफी प्रभावित हैं और वे अपने यहां इसी मॉडल को लागू करेंगे. खासकर नीतीश मॉडल में गुड गवर्नेस (सुशासन), सोशल जस्टिस (सामाजिक न्याय) और कानून का राज कायम करना काबिल-ए-तारीफ है. दोनों मुख्यमंत्रियों ने शासन संभालने के बाद वहां की विधानसभा में अपने पहले ही भाषण में यह उद्गार व्यक्त किये हैं. पाकिस्तान शासकों ने कहा है कि बिहार में लोक सेवा का अधिकार कानून काबिल-ए-तारीफ है. इस कानून से लोगों को कई बुनियादी काम आसानी से हो रहे हैं. बिहार का विकास किसी अद्भुत से कम नहीं है.
बिहार की विकास दर देश में सबसे अधिक रहा. राज्य के योजनाकार में कई गुनी वृद्धि हुई. एक पिछड़े राज्य को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बल पर उसे आगे लाया. आज बिहार की चर्चा देश-दुनिया में हो रही है. गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान की इस पत्रिका ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीस एंड फ्रैंडशिप फ ॉर गुड गवर्नेस की उपाधि दी थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नौ से 16 नवंबर, 2012 तक पाकिस्तान यात्र की थी. उस समय पत्रिका ने कहा था कि सीएम की कराची, इस्लामाबाद व लाहौर की यात्र से भारत-पाक के बीच संबंध और बेहतर होंगे. इसके बाद पाकिस्तान का एक संसदीय दल बिहार भ्रमण पर आया था.