पटना: राजधानी पटना समेत विभिन्न जिलों में जगह-जगह लगे पोस्टरों में गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पूरी तरह बिहारी लुक में दिख रहे हैं. बिहारी पोशाक के अलावा सिर में गमछा बांधे मोदी पोस्टरों में दिख रहे हैं. पूजा के इस मौसम में देवी वंदना के बाद भाजपा के नेता और कार्यकर्ता यदि किसी की वंदना कर रहे हैं, तो वह हैं नरेंद्र मोदी. 27 अक्तूबर को भाजपा ने पटना में हुंकार रैली का आयोजन किया है.
ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित इस रैली में नरेंद्र मोदी का भाषण होगा. इसके लिए पूजा पंडालों में जुटने वाले लोगों के बीच नरेंद्र मोदी के आगमन का संवाद पहुंचाने की पार्टी ने अनोखी योजना बनायी है. भाजपा ने पूजा पंडालों के निकट नरेंद्र मोदी का बड़ा कट-आउट लगवाया है. पंडालों के इर्द-गिर्द नरेंद्र मोदी के बखान वाले स्लोगन लाउडस्पीकर से बजाये जा रहे हैं. पंडालों में उमड़ने वाली भीड़ का एक आकर्षण नरेंद्र मोदी भी बनें, इसकी पूरी तैयारी है.
बंगाली अखाड़ा, कदमकुआं, डोमन भगत लेन, बोरिंग रोड चौराहा और पटना सिटी के विभिन्न पूजा पंडालों के आसपास नौजवानों की टोली के बीच बहस का मुद्दा नरेंद्र मोदी का आगमन बन हुआ है. 11 अक्तूबर को महा अष्टमी के दिन जब पूजा पंडालों में भीड़ उमड़ेगी, उस समय भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी से संबंधित पोस्टर ले कर डटे रहेंगे. पूजा की छुट्टी में बाहर पढ़ने वाले युवा भारी संख्या में घर पहुंचते हैं. भाजपा का फोकस ऐसे युवाओं पर है और उन्हें लुभाने की कोशिश हो रही है. पार्टी कार्यकर्ता और नेता सिर पर गमछा बांध न्योता बांटने निकल पड़े हैं. पूजा के दौरान कार्यकर्ता रैली का न्योता देने घर-घर पहुंचेंगे. पटना में पूजा के अवसर पर पंडालों में काटरून लगाने की परंपरा रही है.
1990 में बोफोर्स घोटाले के जमाने से यह परंपरा चल रही है. लालू-राबड़ी के शासनकाल में भी पूजा पंडालों के काटरून खूब लोकप्रिय हुए. इस बार सरकार ने पंडालों में काटरून लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट पर सरकार के इस कदम की आलोचना यह कहते हुए की कि काटरूनों में नरेंद्र मोदी सभी नेताओं पर भारी पड़ते. राजधानी में नरेंद्र मोदी के कई आदमकद कट-आउट लगाये गये हैं. कट आउटों पर लिखे शब्द- ‘शासक नहीं सेवक’ और ‘नाथ नहीं दास‘ लोगों को टच कर रहे हैं.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि हुंकार रैली की तैयारी अंतिम चरण में है. पूजा पंडालों में भी इसका असर दिख रहा है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की टोली पंडालों के बाहर नरेंद्र मोदी के पोस्टर लगा रहे हैं, लेकिन इसका निर्देश पार्टी ने नहीं दिया है. कार्यकर्ता के स्तर पर यह सब आयोजन हो रहा है. भाजपा चाहती है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले हो रही यह रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली साबित हो. भागलपुर के भाजपा सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन कहते हैं, ‘नरेंद्र मोदी को सुनने इतने लोग आयेंगे, जिसकी कल्पना जदयू नहीं कर सकता. जदयू ने इतनी आलोचना की कि लोग खुद- ब- खुद खींचे चले आयेंगे.