पटना: पटना में शुक्रवार को दीघा से दीदारगंज तक गंगा पथ का निर्माण कार्य शुरू हो गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की कि इसका विस्तार आरा-छपरा और बख्तियारपुर तक किया जायेगा. जेपी जयंती पर दीघा घाट पर हुए इस शिलान्यास समारोह में उन्होंने गंगा पथ का नामकरण ‘जय प्रकाश गंगा पथ’ किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना को ट्रैफिक लोड से निजात दिलाने के लिए गंगा के किनारे-किनारे सड़क बनाने की परियोजना पर 2006 से ही मंथन चल रहा था. शुरू-शुरू में इसका निर्माण पब्लिक-प्राइवेट- पार्टनरशिप पर कराने का निर्णय लिया गया था, लेकिन सफलता नहीं मिली. मंदी के कारण प्राइवेट कंपनियों ने इसमें रुचि नहीं दिखायी. हुडको ने जब दो हजार करोड़ रुपये का ऋण देने की स्वीकृति दी, तब इसका निर्माण आज शुरू हो सका. हैदराबाद की नवयुग इंजीनियरिंग ने इसका काम लिया है. कंपनी ने देश-विदेश में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया है. जेपी गंगा पथ निर्माण में कंपनी के अनुभवों का इस्तेमाल होगा.
उन्होंने कहा कि जेपी गंगा पथ दर्शनीय होगा. इसे देखने दूसरे राज्यों के लोग भी आयेंगे. 7.50 किलोमीटर में जेपी गंगा पथ पर पुल भी होगा. इसके निर्माण के साथ-साथ पटना के घाटों का सौंदर्यीकरण भी नगर विकास विभाग करायेगा. ऐसा होने से जेपी गंगा पथ पर लोग सुबह-शाम घूम भी सकेंगे. गंगा पथ से सटे एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के पास सभ्यता द्वार बनने जा रहा है. पांच हजार लोगों के बैठने की क्षमतावाला प्रेक्षागृह, ज्ञान भवन और गाडी पार्किग स्थल भी बनेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में 12 हजार पुल-पुलिया बने हैं. विभिन्न नदियों पर चार-पांच मेगा पुल भी बन रहे हैं. पुल और जेपी गंगा पथ बन जाने से किसानों को लाभ होगा. वे अपनी फसल शहर में लाकर उचित मूल्य पर बेच सकेंगे.
उन्होंने कहा कि उनका सपना सुंदर बिहार बनाने का है. बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के मोरचे पर हम सैद्धांतिक लड़ाई जीत गये हैं. अगली लड़ाई भी जीतेंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को दीघा की मलीन बस्तियों का सव्रे कराने, बस्ती की महिलाओं की समस्याओं से रू-ब-रू होने और बस्ती के विकास का काम कराने को कहा. नवयुग कंपनी को भी उन्होंने स्थानीय लोगों को काम देने की सलाह दी.
रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक व पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि जेपी गंगा पथ का निर्माण एक चुनौती है. यह फोरलेन होगा. इसके लिए भू-अर्जन की कार्रवाई पूरी होने को है. रैयतों के कागजात सही होंगे, तो उन्हें नियमानुसार मुआवजा मिलेगा. भू-अर्जन के मुद्दे पर पटना, वैशाली और सारण के डीएम लगातार बैठकें कर रहे हैं. जेपी गंगा पथ वर्ल्ड क्लास का होगा. इसका इन्फ्रास्ट्रक्चर भी सवरेत्तम होगा. इस पर ट्रैफिक, मेडिकल और रेसक्यू एड के अलावा बस-वे, फुट ओवरब्रिज और न्वॉयज बैरियर भी बनेंगे.
शिलान्यास समारोह को विधायक पूनम देवी, इजहार अहमद व सतीश कुमार, नवयुग इंजीनियरिंग के प्रबंध निदेशक श्रीधर और मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने भी संबोधित किया. समारोह में पूर्व मध्य रेलवे के जीएम मधुरेश कुमार, खाद्य अपूर्ति विभाग के सचिव शिशिर सिन्हा और पथ निर्माण विभाग के पूर्व सचिव एनके अग्रवाल भी मौजूद थे.