पटना:चारा घोटाले को लेकर पहली याचिका दाखिल करनेवालों में मैं भी था. आज उसी के खिलाफ भाजपा नेता सुशील मोदी आरोप लगा रहे हैं. पता नहीं मोदी को इतनी बेचैनी क्यों है. 22 नवंबर को रांची हाइकोर्ट में सीबीआइ को शपथ पत्र दाखिल करना है, उसके बाद सब कुछ सामने आ जायेगा.
उक्त बातें जदयू सांसद शिवानंद तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस में कही. तिवारी ने कहा कि कोर्ट के फैसले पर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए. जब लालू प्रसाद जैसे कद्दावर नेता को कोर्ट सजा दे सकती है, तो फिर और कौन बच सकता है. उन्होंने कहा कि 46 वर्षो से राजनीति में हूं, लेकिन पटना में मकान नहीं है. जो मकान था भी, उसे बेटी की शादी में बेच दिया. यही नहीं, जीवन चलाने के लिए मैंने फुटपाथ पर कपड़ा भी बेचा.
इसीलिए विधानसभा में जूता लेकर खदेड़ा था
सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी अपनी राजनीतिक गोटी लाल करने के लिए बड़ा-से-बड़ा झूठ बोल सकते हैं. इसी झूठ के लिए मैंने उन्हें विधानसभा में जूता लेकर खदेड़ा था. लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री काल में विधानसभा में उन्होंने कह दिया कि हम लोग तो चारा घोटाले को लेकर मुकदमा नहीं करना चाहते थे.
शिवानंद के दबाव में मुकदमा करने का निर्णय लिया गया. मैं तब सदन में नहीं था, लेकिन सीएम के कक्ष में बैठ कर उनका भाषण सुन रहा था. सदन में मैं जब गुस्से में पहुंचा, तो कार्यवाही समाप्त हो चुकी थी. मैं जूता लेकर मोदी के पीछे दौड़ा था. चंद्रमोहन राय के समझाने पर शांत हो गया. उन्होंने मेरे बेटे पर भी आरोप लगाया कि वह रेलवे में ठेकेदारी करता है.