पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आजकल देश में खतरनाक प्रवृत्ति चल रही है. देश की बुनियाद एकता के माहौल को खराब करने की कोशिश हो रही है. बुधवार को गांधी जयंती पर गांधी संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विविधता से भरे इस देश में किसी मुद्दे पर असहमति जताने पर खलनायक बनाने की कोशिश की जाती है.
नयी पीढ़ी को इसे समझना होगा कि कौन देश का माहौल बिगाड़ रहा है. संकल्प लेना होगा कि वे देश को एक रखेंगे. तरक्की का मॉडल वही सही है, जिससे इनसान की तरक्की हो. हर जाति, धर्म, तबका, समुदाय व संप्रदाय की तरक्की हो. अपने भाषण में सीएम ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके निशाने पर विपक्षी पार्टी ही रही.
बढ़ रहीं गलत प्रवृत्तियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी से पहले जो अंगरेजों ने किया, एक बार फिर वैसी प्रवृत्तियां बढ़ गयी हैं. जो दूसरे की इज्जत नहीं करेगा, वह देश को एक सूत्र में बांध कर नहीं रख सकता. जो देश की एकता, अखंडता व विविधता को स्वीकार करेगा, वही देश को बांध कर रख सकता है. हिंसा व अविश्वास का माहौल उत्पन्न करने की कोशिश हो रही है.
नोबल पुरस्कार विजेता प्रो अमर्त्य सेन ने विकास की अवधारणा को लेकर अपना बयान दिया, तो उन्हें खलनायक बनाने की कोशिश की गयी. आखिर लोकतंत्र का बुनियाद तो वाणी की स्वतंत्रता ही है. यह मौलिक अधिकार भी है. ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा. आजकल विरोध या असहमति को बरदाश्त करने की शक्ति को समाप्त किया जा रहा है. कोई राय रखे, तो उनके खिलाफ निंदा अभियान चलाया जाता है. बापू ने अहिंसा के रास्ते पर चल कर लोगों की ताकत की बदौलत सबसे ताकतवर देश को परास्त किया. सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री वृशिण पटेल ने कहा कि आज गांधी दर्शन को बरकरार रखने की चुनौती हमारे सामने है. देश को बांटने की साजिश हो रही है. इसको जवाब देने की जरूरत है. हिंदू, मुसलिम, सिख व ईसाई के बीच भाईचारा रहने पर ही देश को एक सूत्र में बांध कर रखा जा सकता है.
खाद्य आपूर्ति मंत्री श्याम रजक ने कहा कि हमें सांप्रदायिकता, भूख-कुपोषण के खिलाफ संघर्ष करना होगा. गांधी संग्रहालय के सचिव रजी अहमद ने कहा कि बापू ने हमेशा इनसानियत की बातें की. मौके पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पुतली बाई (बापू-बा) की प्रतिमा का लोकार्पण किया. स्वर्ण जयंती हॉल का शिलान्यास हुआ.
पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री ने रजी अहमद की किताब ‘भारतीय उपमहाद्वीप की त्रसदी-सत्ता, सांप्रदायिकता और विभाजन’ का विमोचन किया. इस किताब में विभाजन से पहले व उसके बाद की परिस्थितियों का जिक्र किया गया है. मौके पर वाणी प्रकाशन के सीइओ अरुण माहेश्वरी ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम में चाणक्य लॉ के संदीप, जेडी वीमेंस कॉलेज की नंदिनी व शिल्पी आनंद और मगध महिला कॉलेज की अपराजिता व रश्मि को पुरस्कार दिया गया. स्कूल स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता के दर्जनों बच्चों और बापू-बा की प्रतिमा बनाने वाले रामू कुमार को भी पुरस्कार दिया गया. कार्यक्रम में गांधी संग्रहालय के कोषाध्यक्ष डॉ एसएल मंडल, जदयू के प्रदेश महासचिव छोटू सिंह, नंद किशोर कुशवाहा, मुकेश कुमार सिंह आदि थे.