पटना: लाचार और बेसहारा वृद्धों की देखभाल के लिए दो माह में सहारा केंद्र शुरू होगा. पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गया व पूर्णिया में केंद्र खुलेंगे. प्रत्येक केंद्र के संचालन पर सालाना 40 लाख रुपये खर्च होंगे.
एक केंद्र पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के 50 बुजुर्गो को रहने, खाने व स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध करायी जायेंगी. समाज कल्याण विभाग की इस महत्वाकांक्षी योजना बाद में अन्य जिलों में शुरू होगी.
मनोरंजन की भी व्यवस्था
माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण व कल्याण नियमावली 2012 के अनुरूप सहारा केंद्र का संचालन होगा. पांचों जिलों में सहारा केंद्र के संचालन के लिए 130 एनजीओ ने आवेदन दिया है. जांच के बाद एक पखवारे में एनजीओ का चुनाव कर संचालन की जिम्मेवारी दे दी जायेगी.
पांच में तीन केंद्र महिलाओं व दो पुरुषों के लिए होंगे. हालांकि, अंतिम निर्णय बाकी है. प्रत्येक केंद्र का परिसर भवन सहित 9000 वर्ग फुट से कम नहीं होगा. यहां बुजुर्गो के मनोरंजन एवं प्रशिक्षण की सुविधा होगी. वृद्धों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जायेगी. केंद्र में रहनेवाले वृद्धों की अनुशंसा डीएम की अध्यक्षतावाली कार्यान्वयन समिति करेगी.