पटना: पिछले वर्ष छठ पूजा के दौरान हादसे को देखते हुए जिला प्रशासन ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है. मंगलवार को डीएम डॉ सरवण कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई. एसडीओ व एसडीपीओ को निर्देश दिया गया कि जिन घाटों पर छठ पूजा होती है, उनका स्थल निरीक्षण करें. साथ ही खतरनाक घाटों की सूची एक सप्ताह में उपलब्ध करायें. जिन घाटों को खतरनाक घाट घोषित किया जायेगा, उनकी बैरिकेडिंग कराएं. नगर आयुक्त से कहा गया कि जहां छठ पूजा होगी, उन सभी घाटों पर पुख्ता सफाई-व्यवस्था के साथ लाइटिंग की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें.
पूजा समितियों के साथ बैठक कर नागरिक सुविधाओं पर आगे की कार्रवाई करें. डीएम ने कहा कि घाटों पर जाने-आने के लिए वन वे सड़क बनाया जायेगा, ताकि किसी तरह की भीड़ सड़क पर नहीं रहे. नगर आयुक्त से कहा गया कि बांस के पुल के बदले पीपा पुल का मजबूत निर्माण कराये, ताकि लोड बढ़ने पर कोई असर नहीं हो.
इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जायेगा, जहां दंडाधिकारी और चिकित्सा दल तैनात रहेंगे. भीड़-भाड़ वाले चौराहों पर पैदल पुलिस की गश्ती भी होगी और अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रहेगी. डीएम ने कहा कि छठ पूजा के दिन प्राइवेट नाव का परिचालन बंद रहेगा और जिला प्रशासन की नाव पर एनडीआरएफ की टीम गश्ती करेगी. बैठक में नगर निगम के सभी कार्यपालक पदाधिकारी, एसडीओ और एसडीपीओ उपस्थित थे.