पटना: राजधानी में बढ़ते डेंगू के डंक ने लोगों को परेशान कर दिया है. राजधानी के पॉश इलाकों से भी डेंगू मरीज मिल रहे हैं. स्थिति यह है कि कदमकुआं, राजेंद्रनगर, बोरिंग रोड, राजाबाजार, पटना मार्केट, पीएमसीएच, कांटी फैक्टरी, राजीवनगर, पटेल नगर, शास्त्री नगर सहित अन्य इलाकों में डेंगू का डंक बढ़ता जा रहा है.
इसके कारण पीएमसीएच व एनएमसीएच सहित राजधानी के निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गयी है. पीएमसीएच में बने डेंगू वार्ड में बेड फुल होने के कारण अलग वार्ड बना कर मरीजों को रखा गया है. उक्त वार्ड को साफ-सुथरा कर मरीजों के लिए मच्छरदानी भी लगायी गयी है. इसी प्रकार एनएमसीच में भी मच्छरदानी में मरीजों को रखा गया है. डेंगू के बढ़ते मरीजों के कारण प्लेटलेट्स की मांग भी बढ़ी है. पीएमसीएच के ब्लड बैंक में इसकी कमी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. ऐसे अधिकतर मरीजों को सिर्फ दवा दी जा रही है, क्योंकि उनके प्लेटलेट्स ठीक है.
ये हैं लक्षण
डेंगू की शुरुआत ठंड के साथ तेज बुखार, सरदर्द व पीठ में दर्द से होती है. शुरू के तीन से चार घंटों तक जोड़ों में भी दर्द होता है. अचानक से शरीर का तापमान 104 डिग्री हो जाता है और ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल से बहुत कम हो जाता है.
आंखें लाल हो जाती हैं. स्किन का रंग गुलाबी हो जाता है. गले के पास की लिम्फ नोड सूज जाती है. डेंगू बुखार दो से चार तक रहता है और फिर धीरे-धीरे तापमान सामान्य हो जाता है.
डेंगू हिमोरेगिक बुखार सबसे खतरनाक माना जाता है, जिसमें कि बुखार के साथ शरीर में खून की कमी हो जाती है. शरीर में लाल या बैगनी रंग के फफोले पड़ जाते हैं. नाक या मसूड़ो से खून आने लगता है. स्ट्रल का भी रंग काला हो जाता है. यह खतरनाक है
48 और मरीज भरती
सूबे में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. अब तक 550 लोग इसके शिकार हो चुके हैं, जिनमें 368 मरीज पॉजिटिव मिले हैं. इनमें पटना के 87 मरीज हैं. शुक्रवार को डेंगू के 46 मरीज भरती हुए हैं, जिनमें पीएमसीएच में 12, जगदीश मेमोरियल में पांच, कुरजी में 13 व आरएमआरआइ में 2 मरीज भरती हैं. पीएमसीएच में दो मरीजों की हालत खराब होने के कारण गुरुवार को आइसीयू में रखा गया था, लेकिन शुक्रवार की सुबह तक मरीज की हालत काफी हद तक सुधार हो गया है और इसके बाद दोनों को आइसीयू से बाहर निकाला गया है. इधर, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के औषधि विभाग में शुक्रवार को डेंगू से पीड़ित दो लोगों को भरती कराया गया है. इसमें गौरीचक बालू पर निवासी गणोश चौधरी व निलेश कुमार है. विभागाध्यक्ष आरआर चौधरी ने बताया कि विशेष वार्ड में फिलहाल सात डेंगू पीड़ित मरीज का उपचार चल रहा है. बीमारी से पीड़ित दो मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गयी है. इधर, पटना नगर निगम की ओर मुख्य सफाई निरीक्षक कृष्ण नारायण शुक्ला के नेतृत्व में फौंगिग मशीन दवा का छिड़काव किया गया है.