पटना: राज्य में सुखाड़ की स्थिति का जायजा लेने केंद्रीय टीम तीन अक्तूबर को बिहार आयेगी. सूखाग्रस्त जिलों में दौरा कर जांच रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी जायेगी. इसके आधार पर ही सूखा पीड़ितों को कृषि सहित विभिन्नमंत्रालयोंसे सहायता मिलेगी. राज्य सरकार ने सूखे से निबटने के लिए केंद्र सरकार से प्रारंभिक आकलन के तहत 11952 करोड़ की राशि की मांग की थी.
संशोधन के बाद अब 11967 करोड़ मांग की जायेगी. टीम में लगभग छह से आठ विशेषज्ञ अधिकारी शामिल होंगे. केंद्रीय टीम तीन हिस्सों में बंट कर अलग-अलग जिलों में खेती और नुकसान का आकलन करेंगे.
जिलाधिकारियों के साथ ही जिला कृषि पदाधिकारी और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. राज्य स्तर पर भी अधिकारियों के साथ बैठक होगी. किसानों व आम लोगों से भी केंद्रीय टीम बात करेगी. गुरुवार को मुख्य सचिव एके सिन्हा सूखा से जुड़े संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसमें केंद्र को दिये जानेवाले प्रस्ताव का अंतिम खाका तैयार किया जायेगा. मुख्यमंत्री की सहमति मिलने पर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा.
केंद्रीय टीम के आने के पहले ही रिपोर्ट भेज दी जायेगी. गौरतलब है कि राज्य सरकार 33 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री व वित्त मंत्री से मिल कर सूखा राहत पैकेज की मांग कर चुके हैं. सीएम के इस पहल के बाद ही केंद्रीय टीम बिहार दौरे पर आ रही है.