पटना: बिजली कर्मचारी यूनियन और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के बीच बुधवार को हुई बातचीत का अंतिम परिणाम नहीं निकला. यूनियन नेता एक बार फिर शुक्रवार को मंत्री के साथ बैठेंगे. हालांकि, बिजली कर्मचारी सामान्य दिनों की तरह काम पर रहेंगे. यूनियन नेताओं ने कर्मचारियों से काम करने की अपील की है.
लगभग दो घंटे की वार्ता को ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सकारात्मक बताया और कहा कि सभी मुद्दों पर सरकार सहमत है. बिजली कर्मचारी सरकार के ही अंग हैं. अगर उनके साथ नाइंसाफी हुई है, तो इंसाफ करने का काम भी सरकार ही करेगी. कर्मचारियों की कुछ ऐसी मांगें हैं, जिन्हें अमलीजामा पहनाने में एक -दो दिन लग सकते हैं, इसलिए 20 सितंबर को शाम चार बजे अंतिम वार्ता होगी. यूनियन की सभी मांगों को उस दिन पूरा कर दिया जायेगा.
वहीं, पेसा के महासचिव अश्विनी कुमार ने कहा कि सरकार ने जो भी कहा है, उसे गुरुवार को लिखित तौर पर संयुक्त मोरचा को दिया जायेगा. शुक्रवार को जब मंत्री के साथ फिर वार्ता होगी, तो उसे लागू करने की बात की जायेगी. वार्ता सफल नहीं होने पर हम 25 से हड़ताल पर जाने को प्रतिबद्ध है. वहीं, पेसा के संरक्षक सह प्रवक्ता बीएल यादव ने कहा कि राज्यहित में कर्मचारियों का काम पर रहना जरूरी है. सरकार ने कर्मचारियों की सभी मांगें मान ली हैं. कर्मचारियों से अपील है कि वे अनिवार्य रूप से वे जिम्मेवारियों का निर्वहन करें, ताकि बिजली व्यवस्था सुचारु रूप से चल सके.
सरकार के साथ 17 कर्मचारी संगठनों का संयुक्त मोरचा विद्युत कामगार-पदाधिकारी-अभियंता संयुक्त मोरचा के नेताओं ने बातचीत की. वार्ता में विभाग के सचिव सह सीएमडी संदीप पौंड्रिक भी मौजूद थे.
वार्ता में हुए शामिल : पेसा-महासचिव अश्विनी कुमार, अध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद, उपाध्यक्ष जेपी सिंह व बीएल यादव. जेसा-महासचिव प्रवीण कुमार. प्रशासनिक सेवा संघ- महासचिव अशोक कुमार. लेखा सेवा संघ- महासचिव अरविंद कुमार. तकनीकी पदाधिकारी सेवा संघ- संयुक्त महामंत्री विनय कुमार सिंह. बिहार स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाई वर्क्स यूनियन, दक्षिणी मंदिरी- चक्रधर प्रसाद सिंह. बिहार-झारखंड राज्य विद्युत परिषद फील्ड कामगार यूनियन – महासचिव अमरेंद्र मिश्र. बिहार स्टेट प्रोग्रेसिव इलेक्ट्रिक वर्कर्स यूनियन- महामंत्री महेंद्र कुमार शर्मा. बिहार पावर वकर्स यूनियन, पुरंदरपुर : महामंत्री महेश प्रसाद सिन्हा व मंत्री संजय कुमार तिवारी. बिहार बिजली मजदूर यूनियन : महामंत्री अजरुन प्रसाद यादव. बिहार पावर वर्कर्स यूनियन, पोस्टलपार्क : अध्यक्ष भोला प्रसाद. बिहार विद्युत तकनीकी कामगार यूनियन : महामंत्री देवकी राय. बिहार प्रदेश विद्युत श्रमिक संघ : महामंत्री दिगंबर कुमार सिंह. बिहार विद्युत तकनीकी कामगार यूनियन : महामंत्री उपेंद्र कुमार चौधरी. बिहार राज्य विद्युत मजदूर यूनियन इंटक : अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद. बिहार बिजली मजदूर यूनियन : कार्यकारी अध्यक्ष शिवपूजन सिंह यादव. बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एसोसिएशन : अध्यक्ष राजेश कुमार भगत. बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एसोसिएशन : महासचिव संदीप कुमार शर्मा
विद्युतकर्मियों की मांगें वार्ता में क्या हुआ
पुलिस पिटाई मामले की न्यायिक जांच उच्चस्तरीय जांच होगी.
बिजली कर्मियों पर प्रशासनिक व कानूनी कार्रवाई न हो सरकार सहमत .
पीटनेवाले पुलिसकर्मियों को चिह्न्ति कर कार्रवाई हो जांच रिपोर्ट के बाद ही कार्रवाई.
मुख्य सचिव स्तर के आइएएस को सीएमडी व सचिव स्तर के आइएएस को एमडी ठोस नतीजा नहीं.
सीएमडी संदीप पौंड्रिक व एमडी संजय कुमार अग्रवाल को हटाया जाये ठोस नतीजा नहीं.
फ्रेंचाइजी, आउटसोर्सिग एवं निजीकरण बंद हो समयानुसार कर्रवाई होगी.
ट्रांसफर स्कीम के प्रावधान व सेवा शर्तो को दरकिनार कर बनी नियोजन नीति रद्द हो नियोजन से प्रोमोशन में बाधा नहीं होगी.
प्रोमोशनवाले पदों के बजाये इंट्री लेवल वाले पदों पर बहाली हो सरकार सहमत.
अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारियों का नियमितीकरण अभी वेतन वृद्धि. विभागीय परीक्षा से किया जायेगा नियमित.
मीटर रीडर सहित समाप्त अन्य पदों का समायोजन मीटर रीडर को मीटर इंस्पेक्टर में प्रोमोशन. बाकी पदों का समायोजन.
छठे वेतनमान की विसंगतियों के निवारण हेतु गठित कमेटी की रिपोर्ट लागू हो एक सप्ताह में होगा लागू.
कर्मियों को मुफ्त बिजली 30 को 50, 50 को 75, 75 को 100 और 125 को 150 और 150 को 200 यूनिट मिलेगा.
श्रम कानून के प्रावधानों के अनुसार काम के एवज में क्षतिपूर्ति लागू होगा और महीने में एक बार एमडी और दो महीने पर सीएमडी बात करेंगे.