औरंगाबाद (बिहार): दिल्ली में पिछले वर्ष 16 दिसंबर को 23 वर्षीय एक छात्र के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में दोषी ठहराये गए चार अभियुक्तों में से एक के पिता ने आज यहां कहा कि वह उपरी अदालत में अपील करने की संभावना तलाशेंगे. अभियुक्तों में से एक अक्षय ठाकुर के पिता सरयू सिंह ने पटना से करीब 225 किलोमीटर दूर औरंगाबाद जिले के लखनकर्मा गांव में संवाददाताओं से कहा कि मौत की सजा ‘‘अविश्वसनीय’’ प्रतीत होती है.
सीमांत किसान सरयू सिंह ने कहा कि वह फैसले के खिलाफ उपरी अदालत में अपील करने के विकल्प की संभावना तलाश करेंगे.
अदालत के फैसला सुनाने के बाद सरयू सिंह और घर के अन्य सदस्यों का रो रोकर बुरा हाल था। फैसला आने के बाद परिवार ने घर का दरवाजा बंद कर लिया वहीं कुछ ग्रामीणों ने पिता को सांत्वना देने का प्रयास किया. रामनगर पंचायत के मुखिया राजेंद्र चौधरी ने कहा कि यह खबर दुखद है. लाहनकर्मा गांव इसी पंचायत के तहत आता है. चौधरी ने कहा कि अक्षय ठाकुर के परिवार के लिए ग्रामीणों में अफसोस है लेकिन किए की सजा तो भुगतनी ही होगी. अक्षय ठाकुर के बचपन के मित्र और पड़ोसी संतोष मिश्र ने कहा कि वह जब गांव में था तो काफी सरल व्यक्ति था लेकिन ऐसा लगता है कि दिल्ली जैसे बड़े शहर के माहौल ने उसे बहका दिया और उसे वहशी बना दिया.