पटना : पटना एयरपोर्ट से बड़े विमानों के परिचालन को बंद करने के लिए एक बार फिर से डीजीसीए ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है. डीजीसीए ने कहा कि पटना हवाई अड्डे पर उड़ान सुरक्षा को उन्नत बनाने के लिए कदम उठाये, नहीं तो वहां से केवल छोटे विमान ही संचालित होंगे.
सरकार को लिखा है पत्र
डीजीसीए ने हाल में राज्य सरकार को यह पत्र तब लिखा, जब संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन आइसीएओ के एक दल ने हवाई अड्डे का दौरा किया और इस पर चिंता जतायी कि डीजीसीए से लाइसेंस नहीं मिलने के बावजूद इसका संचालन किया जा रहा है. यह खुलासा मंगलवार को नयी दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में नागरिक उड्डयन सचिव केएन श्रीवास्तव ने किया है.
एक माह में चार बार मिली थी मोहलत
पटना एयरपोर्ट से बड़े विमानों के सुरक्षित परिचालन के लिए एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया ने पिछले साल करीब एक महीने में चार बार रनवे की लंबाई कम करने की अधिसूचना की तिथि को बढ़ायी थी.
चार अगस्त, 2012 को पहली बार एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने 16 अगस्त से रनवे कम करने का आदेश प्रभावी होनी की अधिसूचना जारी की थी. फिर 11 को यह तिथि बढ़ा कर 31 अगस्त तक कर दी गयी थी. बड़े विमानों के टेकऑफ या लैंडिंग में आनेवाले सभी अवरोधों को नहीं हटाये जाने के कारण 31 अगस्त को अधिसूचना प्रभावी होने की तिथि का बढ़ा कर 20 सितंबर कर दी गयी.
इसके बाद तिथि को बढ़ा कर 31 अक्तूबर कर दिया गया. कहा गया था कि इस बीच अगर राज्य सरकार द्वारा अवरोधों को नहीं हटाया जाता है, तो बड़े विमानों जैसे बोइंग 737 व एयरबस 320 की उड़ानों पर रोक लग सकती है.