पटना/मुजफ्फरपुर: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मुख्यालय टीमों ने शुक्रवार को ग्रामीण कार्य विभाग, सीवान के अधीक्षण अभियंता अरविंद कुमार सिंह के छह अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की. छापेमारी सीवान व मुजफ्फरपुर में की गयी. इसके साथ ही इंजीनियर के खिलाफ निगरानी थाने में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है.
निगरानी ब्यूरो के डीजी पीके ठाकुर ने बताया कि अधीक्षण अभियंता अरविंद कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने की शिकायत मिली थी, जिसका सत्यापन कराया गया. प्रथमदृष्टया आरोप सही पाये जाने पर उसके ठिकानों पर छापेमारी की गयी. आरोपित इंजीनियर व उसके परिजनों के नामों पर 14 कीमती भूखंडों की जानकारी मिली है. इनमें तीन भूखंडों पर मकान निर्मित हैं. एक भूखंड पर छह मंजिला मकान बना है, तो दूसरे भूखंड पर पेट्रोल पंप खुला है. अधिकतर भूखंड मुजफ्फरपुर में खरीदे गये हैं. आरोपित इंजीनियर मूल रूप से मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाने के हजारी गांव का निवासी है. डीजी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन जारी है. इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच की जायेगी.
मात्र 30 लाख की घोषित संपत्ति : निगरानी सूत्रों ने बताया कि अरविंद कुमार सिंह ने केवल 30 लाख 30 हजार 878 रुपये की संपत्ति घोषित की है, जबकि अब तक के अनुसंधान एवं तलाशी में पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति की जानकारी मिल चुकी है. जब्त कागजात की जांच के क्रम में संपत्ति की कीमत आठ करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है.
सुबह 8:30 बजे मुजफ्फरपुर में इंजीनियर के माड़ीपुर स्थित आवास चंद्रायन-1 पर छापेमारी की गयी. इस दौरान वहां से दो दर्जन से अधिक पासबुक, सेंट्रल बैंक का लॉकर, 28 हजार नकद, एक बेनामी सफारी व पत्नी चंद्रावती देवी के नाम पर एक नैनो कार सहित कई सामान मिले. निगरानी टीम ने इंजीनियर के दूसरे आवास चंद्रायन-2, (जिसमें गुरुकुल स्कूल चलता है), हजारी गांव, नवल चौक के पास दो मंजिला मकान व एस्सार के पेट्रोल पंप और माड़ीपुर में करोड़ों की लागत से बन रहे होटल में भी छापेमारी की गयी. निगरानी एसपी ने बताया कि इंजीनियर के आवास से लाखों के आभूषण व करीब 25 से अधिक एलसीडी भी मिले हैं. बताया जाता है कि एलसीडी होटल में लगाने के लिए रखा गया था. देर शाम तक निगरानी की छापेमारी जारी थी. मुजफ्फरपुर में छापेमारी का नेतृत्व निगरानी एसपी उपेंद्र प्रसाद सिंह व धीरज कुमार ने किया.
दो लिफाफों में मिले 42 हजार नकद
निगरानी की टीम जब सीवान स्थित कार्यालय में जांच के लिए पहुंची, तो दो अलग-अलग लिफाफे मिले, जो किसी ठेकेदार ने इंजीनियर को दिये थे. इनमें एक लिफाफे में 30 हजार रुपये, तो दूसरे लिफाफे में 12 हजार रुपये रखे हुए थे. दोनों लिफाफों को जब्त कर लिया गया है. सीवान में छापेमारी दल का नेतृत्व निगरानी के डीएसपी मोहम्मद जमीरुद्दीन कर रहे थे.