पटना: सूखे के कारण किसानों में कोहराम मचा है. सरकार केवल घोषणाएं कर किसानों को छल रही है. सरकार को बताना होगा कि विषम स्थिति के बावजूद जिलों को सूखाग्रस्त क्यों नहीं घोषित किया गया. ये बातें शुक्रवार को भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील मोदी ने कहीं.
उन्होंने कहा कि सरकार के इस रवैये के खिलाफ भाजपा कल सभी प्रखंडों में धरना देगी. राज्य के 33 जिले सूखे से प्रभावित हैं. सरकार न तो इन जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर रही है, न राहत के उपाय.
2010 में 38 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था, तब सामान्य से 21 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी. इस वर्ष 22 अगस्त तक सूबे में 29 प्रतिशत कम बारिश हुई है, फिर भी सरकार हाथ-पर-हाथ धरे बैठी है. किसी भी क्षेत्र में दो घंटे से अधिक बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है. रसीद जमा करने की बाध्यता के कारण किसानों को डीजल अनुदान का कोई लाभ नहीं मिल रहा. उन्होंने कहा कि भू-लगान व पटवन वसूली पर रोक लगाने का कोई आदेश भी जारी नहीं किया गया है.