पटना: पाक समर्थित आतंकवादी संगठन नेपाल के रास्ते बिहार में हथियारों का खेप भेज रहा है. साथ ही जाली नोटों की खेप भी आ रही है. खुलासा केंद्रीय गृह मंत्रलय ने आइबी की रिपोर्ट पर किया है. गृह मंत्रलय ने मुख्य सचिव को गोपनीय पत्र भेज कर कहा है कि वह अपनी एजेंसियों के माध्यम से सीमा से सटे जिलों पर नजर रखे.
51 तस्करों की सूची भेजी
गृहमंत्रालयके संयुक्त सचिव ने आइबी की रिपोर्ट के हवाले से दो दिन पूर्व मुख्य सचिव को एक गोपनीय पत्र भेजा है. पत्र में हाल के दिनों में सीमा सशस्त्र बल द्वारा समय-समय पर चलाये गये अभियान में पकड़े गये 51 तस्करों की सूची भी भेजी गयी है. अधिकतर तस्कर सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा व मधुबनी जिलों में हैं. अभियान के दौरान लगभग चार करोड़ रुपये जाली इंडियन करेंसी पकड़े जाने की बात कही गयी है. इसके अलावा दो बार हथियार का खेप पकड़े जाने की चर्चा रिपोर्ट में की गयी है. गृह मंत्रलय ने राज्य सरकार से कहा है कि सीमावर्ती जिलों में गतिविधियों पर विशेष नजर रखें. इसके अलावा इंडो-नेपाल बॉर्डर पर निगरानी तंत्र को सुदृढ़ करने की जरूरत है. केंद्र की तरफ से भी अतिरिक्त चौकी स्थापित करने की कार्रवाई की जा रही है.
राज्य सरकार भी अपनी ओर से कार्रवाई करे. इधर, गृह विशेष विभाग के अधिकारियों के अनुसार बिहार से सटे नेपाल की सीमा 550 किलोमीटर लंबी है,जिसमें अधिकतर क्षेत्र खुला है. खुली सीमा के कारण नेपाल से आतंकवादी व उग्रवादियों की आवाजाही लगी रहती है. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. बावजूद राज्य सरकार सीमा पर निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी.
अब तक पकड़े गये आतंकवादी
हाल ही में आइएसआइ से जुड़े आतंकवादी टुंडा को नेपाल की सीमा से गिरफ्तार किया गया है. इससे पूर्व 2010 में अररिया से एक आतंकवादी को पकड़ा गया था. इसी तरह दरभंगा व मधुबनी से भी आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने के संदेह में महाराष्ट्र व दिल्ली की पुलिस ने लगभग आधे दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है. अररिया व किशनगंज के इलाकों में जाली नोटों का बड़ा खेप पकड़ा गया था.