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बिहार के नवादा में कर्फ्यू जारी,जांच के घेरे में दो नेता

पटना: नवादा में तनाव पैदा कर हिंसा फैलाने और शहर को अशांतकरने में दो राजनेताओं की भूमिका भी जांच के घेरे में है. पत्थर और बालू के अवैध उत्खनन से जुड़े दोनों राजनेताओं की ओर से एक मोटी रकम भी खर्च करने की बात सामने आयी है. पुलिस मुख्यालय ने नवादा में हुई हिंसा की […]

पटना: नवादा में तनाव पैदा कर हिंसा फैलाने और शहर को अशांतकरने में दो राजनेताओं की भूमिका भी जांच के घेरे में है. पत्थर और बालू के अवैध उत्खनन से जुड़े दोनों राजनेताओं की ओर से एक मोटी रकम भी खर्च करने की बात सामने आयी है. पुलिस मुख्यालय ने नवादा में हुई हिंसा की जांच व अनुसंधान की कार्रवाई अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) को सौंप दी है. सीआइडी को इस बात की जांच का निर्देश दिया गया है कि हिंसा फैलानेवालों को किसकी ओर से समर्थन व सहायता मिली है.

डीआइजी अमित लोढ़ा पहुंचे नवादा : सीआइडी के डीआइजी अमित लोढ़ा अपनी टीम के साथ नवादा पहुंच गये हैं. सीआइडी ने अब तक दर्ज की गयी तीनों एफआइआर को आधार बना कर जांच शुरू कर दी है. सीआइडी द्वारा ही अनुसंधान कर आरोपितों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी. स्पेशल ब्रांच की टीम को भी भेजा गया है.

इओयू ने की थी कार्रवाई : आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने नवादा के पहाड़ी इलाकों में अवैध बालू खनन के आरोप में एक राजनेता के खिलाफ कार्रवाई की थी. उनके घर पर छापा भी मारा गया था. जांच के क्रम में कई महत्वपूर्ण कागजात व लाखों रुपये राजस्व का चूना लगाने का आरोप पुलिस ने लगाया था. उसके खिलाफ कोर्ट में चाजर्शीट भी दाखिल कर दी गयी है. दूसरी ओर, जिले से आनेवाले एक और बालू माफिया पर अवैध तरीके से पत्थर खनन करने का भी आरोप लगा था. उनके खिलाफ भी इओयू ने मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू कर दिया था. आरोपपत्र दाखिल करने की तैयारी की जा रही थी. पुलिस सूत्रों की मानें, तो नवादा में दंगा भड़काने में दोनों आरोपितों की संलिप्तता की जांच की जिम्मेवारी सीआइडी को सौंपी गयी है. दोनों पहले एक ही राजनीतिक दल में थे, लेकिन बाद के दिनों में दोनों के बीच राजनीतिक दुश्मनी हो गयी थी.

इधर, नवादा में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने करने मंगलवार को पुलिस डीएसपी स्तर के चार अधिकारियों को नवादा में तैनात किया गया है. चारों डीएसपी को सेक्टरवार तैनात करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा बिहार प्रशासनिक सेवा के 10 अधिकारियों को नवादा में प्रतिनियुक्त किया गया है. इनमें गया के वरीय उपसमाहर्ता प्रभात कुमार झा, अविनाश कुमार, शंभु कुमार, डॉ संजय कुमार, दिनेश कुमार, मो मुश्ताक, निशांत और नालंदा के वरीय उपसमाहर्ता ओम प्रकाश व राम बाबू शामिल हैं.

दूसरे दिन भीकर्फ्यू, स्थिति नियंत्रण में
नवादा: नवादा शहर मेंकर्फ्यूमंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. सोमवार को गोलीबारी में जिस युवक की मौत हुई थी, उसकी अंत्येष्टि कड़ी सुरक्षा के बीच कर दी गयी. वहीं, मंगलवार की सुबह गोलीबारी की एक घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया. किऊल-गया पैसेंजर ट्रेन पर उपद्रवियों ने पथराव किया, लेकिन पुलिस तुरंत कार्रवाई उन्हें खदेड़ दिया. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन जुटा हुआ है. अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के अलावा वरीय अधिकारी कैंप किये हुए हैं. 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. शनिवार को गोंदापुर स्थित एक ढाबे में खाने के बाद पैसे देने को लेकर हुए विवाद के बाद भड़की हिंसा के बाद स्थिति लगातार तनावपूर्ण है. मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे छाई रोड में हुई गोलीबारी में श्रीकांत सिंह नामक एक अधिवक्ता घायल हो गये. उन्हें सदर अस्पताल में भरती कराया गया. घटना के वक्त वह अपने घर पर ही थे.

घर से नहीं निकलने की हिदायत
पुलिस ने सुबह से ही शहर में प्रवेश करनेवाले तमाम रास्तों की नाकाबंदी कर रखी थी. कहीं से किसी को आने-जाने की छूट नहीं थी. सिर्फ प्रशासन की गाड़ियां शहर की सड़कों पर बीच-बीच में दौड़ रही थीं, जिनके जरिये अधिकारी आम लोगों को सावधानी बरतने की हिदायतें दे रहे थे. लोगों से घरों में ही रहने को कहा जा रहा था. आम लोग घरों से बाहर न निकल आएं, यह सुनिश्चित करने के लिए सुबह पांच बजे से ही आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे थे.शहर से सटे पार नवादा इलाके में भी पूरा दिन सन्नाटा रहा. किसी भी इलाके में लोग सड़कों पर नहीं निकल सके. शहर के अलग-अलग इलाकों से लोगों ने फोन कर शिकायत की कि सुरक्षाकर्मी लोगों को बेवजह पीट भी रहे हैं. ऐसी ही एक घटना कृष्ण मेमोरियल कॉलेज के पास न्यू एरिया में भी हुई. वहां एक पुलिसकर्मी ने विजय प्रसाद सिंह के मकान के अहाते में पहुंच कर उनके बेटे विक्की की पिटाई कर दी. तब वह एक बोरे से दूसरे में गेहूं रख रहा था. वह इंजीनियरिंग का छात्र है. कफ्यरू के कारण लोगों को जरूरी चीजें नहीं मिल सकीं. दूध, दवा, सब्जी आदि की दुकानें दिन भर बंद रहीं. दुकान-बाजार के साथ ही स्कूल-कॉलेज भी नहीं खुल सके.

फिर उपद्रवियों के निशाने पर ट्रेन
सुबह जैसे ही किऊल-गया पैसेंजर आउटर सिगनल पर पहुंची, तो उपद्रवियों ने उस पर पथराव शुरू कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, कुछ लोगों ने ट्रेन पर गोलीबारी करने की भी कोशिश की. पर, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर इनके मंसूबे पर पानी फेर दिया. उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी उपद्रवियों ने ट्रेन पर हमले की कोशिश की थी, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया.

25 उपद्रवी गिरफ्तार
कफ्र्यू के दौरान उपद्रव मचाने के अतिरिक्त अन्य आरोपों में पुलिस ने मंगलवार को 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. इन्हें शहर के अलग-अलग इलाकों से पकड़ा गया है. एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि शहर में लगा कफ्यरू अनिश्चितकालीन है. जब प्रशासन आश्वस्त हो जायेगा कि अब सब कुछ सामान्य है, तभी कफ्यरू हटाया जायेगा. डीएम आदेश तितरमारे के मुताबिक, सीआरपीएफ की सात कंपनियां नवादा में तैनात हैं. इन्हें रैफ की दो कंपनियों के जवानों की मदद मिल रही है. इनके अतिरिक्त बिहार पुलिस के भी 1200 जवान लगातार शहर में चौकसी बरत रहे हैं.

मृत युवक का हुआ अंतिम संस्कार
सोमवार को पुलिस की गोली से मारे गये एक युवक का मंगलवार को प्रशासनिक मुस्तैदी के बीच अंतिम संस्कार करा दिया गया. वह पार नवादा का रहनेवाला था. शहर में हिंसा व तनाव के बीच सोमवार को हुई गोलीबारी का वह शिकार हो गया था.

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