सीआरपीएफ की दो कंपनियां तैनात, 2500 पुलिस बल भेजे
पटना/नवादा: नवादा शहर में तीसरे दिन सोमवार को हिंसक झड़प के बाद कर्फ्यू लगा कर पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया. 2500 अतिरिक्त पुलिस बल के अलावा सीआरपीएफ की दो कंपनियां भेजी गयी हैं. नालंदा, गया समेत आठ जिलों के पुलिस बल से अतिरिक्त जवान तैनात किये गये हैं. रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां पहले से ही वहां मौजूद हैं. एडीजी एसके भारद्वाज स्वयं पूरे घटनाक्रम की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. सूचना के मुताबिक, रविवार देर रात पार नवादा के गया रोड में एक व्यक्ति के घर बम फेंका गया. सोमवार सुबह दो बम मिले. तब तक माहौल शांत था.
अचानक अंसारनगर में उपद्रवियों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. बुंदेलखंड ओपी को निशाना बनाया. हालांकि, पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया. लेकिन, पथराव में पुलिस जीप चालक एंथोनी वारला, झारखंड तिलैया निवासी शैलेश, विकास कुमार, मुकेश कुमार व शिव कुमार घायल हो गये. इसके बाद पूरे शहर में कई स्थानों पर गोलीबारी होने लगी. प्रशासन ने रैफ के साथ मिल कर उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इस बीच, दर्जनों दुकानों को उपद्रवियों ने फूंक दिया. बुंदेलखंड ओपी पर रोड़ेबाजी के बाद हुई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. शव को पुलिस ने कब्जे मेंरखा है. विधि-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने सचिव डॉ बी राजेंदर को तत्काल स्पेशल डीएम के प्रतिनियुक्त किया है.
माहौल खराब नहीं होने देंगे : नीतीश
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में इनटॉलरेंस का वातावरण बनाया जा रहा है. बेतिया के बाद नवादा में घटना हुई है. सरकार इससे सख्ती से निबटेगी. किसी भी सूरत में राज्य का माहौल खराब नहीं होने दिया जायेगा. जो भी कार्रवाई हो सकती है, की जायेगी.
बेतिया में शांति
बेतिया में सोमवार को शांति रही. कहीं से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. डीएम व एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पूरे अनुमंडल में धारा 144 लगा दी गयी है. संवेदनशील स्थानों को चिह्न्ति कर दंडाधिकारी व पुलिस बल तैनात किये गये हैं.