पटना: कम बारिश को देखते हुए राज्य सरकार अब प्रदेश में सुखाड़ घोषित करने की तैयारी में जुट गयी है. इस साल सामान्य से करीब 26 फीसदी कम बारिश हुई है. लेकिन, कुछेक जिलों में सामान्य से 90 फीसदी तक कम बारिश हुई है. इसका सीधा असर रोपनी पर पड़ रहा है. किसानों को राहत देने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने कार्ययोजना बनानी शुरू कर दी है.
हर कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री के स्तर पर सुखाड़ की समीक्षा की जायेगी. मुख्य सचिव के स्तर पर सोमवार को समीक्षा बैठक हुई. आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग को इस बाबत पत्र भेज कर कहा है कि वह शीघ्र ही प्रखंडवार आंकड़ों को संग्रहित करे. प्रखंडवार आकलन के बाद ही राज्य सरकार सूखा घोषित करेगी. इससे पहले आलाधिकारी धान की रोपनी व मक्का की खेती की समीक्षा करेंगे.
जिलों का करें दौरा
मुख्य सचिव ने मॉनसून सत्र समाप्त होने के बाद अगस्त के प्रथम सप्ताह से ही प्रभारी सचिवों को जिलों में दौरा करने के लिए कहा है. जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा करने के बाद प्रभारी सचिव अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को देंगे. फिर मुख्यमंत्री की सहमति के बाद आपदा प्रबंधन विभाग एक समेकित रिपोर्ट बना कर कैबिनेट को भेजेगा और मंजूरी मिलने के बाद इसे अमलीजामा पहनाया जायेगा. जिलों से समीक्षा रिपोर्ट आने से पहले मुख्य सचिव हर सोमवार को जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग व मंगलवार को आपदा प्रबंधन समूह में इसकी समीक्षा करेंगे.