-बिहार सरकार ने दिया निर्देश-
पटना: बिहार के सारण जिला के मशरक प्रखंड के धरमासती गंडामन गांव स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में विषाक्त भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत के बाद सचेत हुई राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री खरीदा जाना आवश्यक कर दिया है.
बिहार में मध्याह्न भोजन के निदेशक आर. लक्षमणन ने बताया कि सभी स्कूलों से मध्याह्न भोजन के लिए एगमार्क सरसों तेल और वनस्पति तेल तथा अन्य खाद्य सामग्री आईएसआई मार्क खरीदे जाने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन के लिए खरीदी जाने वाली सामग्रियां प्रतिदिन रजिस्टर में अंकित की जाएंगी और औचक निरीक्षण करने वाले उक्त रजिस्टर की जांच करेंगे. लक्षमणन ने कहा कि यह निर्देश मध्याह्न भोजन के लिए कम गुणवत्ता वाले खाद्य सामग्री की खरीदारी की शिकायत मिलने पर किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए खरीदी गयी सामग्रियों से संबंधित विवरण नोटिस बोर्ड पर चस्पा किए जाने का भी निर्देश दिया गया है.
शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रधानाध्यपकों से कहा है कि एफसीआई से खराब अनाज मिलने पर वे उसका उठाव करने से इंकार कर दें. उल्लेखनीय है कि धरमासती गंडामन प्राथमिक विद्यालय में पिछले 16 जुलाई को विषाक्त मध्याह्न भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत हो गयी थी जबकि बीमार पडे एक रसोईया और 24 अन्य बच्चों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
धरमासती गंडामन प्राथमिक विद्यालय में उस दिन जिस तेल से सब्जी बनायी गयी थी उसमें जांच के दौरान कीटनाशक पाए जाने की पुष्टि हुई थी.उक्त स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीना देवी के घर से ही मध्याहन भोजन के लिए तेल सहित अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया जाता था. इस मामले की आरोपी मीना देवी अभी जेल में हैं.