पटना: सीसीटीवी पैनेल पर क्या देखते हैं? क्या समझते हैं? बताइए ? इससे संदिग्ध को कैसे खोजेंगे? वायरलेस क्यों नहीं है? दिखाइए कहां ड्यूटी कर रहा है आपका सिपाही. वहां तो कोई नहीं है. लोगों की हरकतों को देख कर कैसे सूचना एक दूसरे को भेजते हैं? देखिए कहीं भी कोई भी गेट से आ-जा रहा है. यह सवाल है रेल एडीजी, पीएन राय का. शुक्रवार को वे रेल एसपी उपेन्द्र कुमार सिन्हा के साथ पटना जंकशन पर सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे थे. जंकशन परिसर से लेकर प्लेटफॉर्म तक कहीं भी सुरक्षा की स्थिति से संतुष्ट नहीं दिखे. यहां तक की सीसीटीवी कक्ष से सुरक्षा की हो रही निगरानी से भी संतुष्ट नहीं हुए.
शुक्रवार दोपहर एक बजे पटना जंकशन पहुंचे थे. आने के साथ ही सबसे पहले उन्होंने जंकशन परिसर में आनेवाले वाहनों को मिरर स्कैनर से हो रही जांच के बारे में पूछ ताछ की. सीसीटीवी पैनल से देख कर करबिगहिया टिकट काउंटर पर लगी भीड़ के बारे में पूछा. इसके बाद जंकशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर बाल सहायता केंद्र के काउंटर पर गये.
वहां काउंटर पर तैनात महिला कर्मियों से पूछ ताछ की. इसके बाद रेल एडीजी ने सुरक्षा व्यवस्था की सतत निगरानी के लिए प्रतिदिन डीएसपी को दो घंटे के लिए पटना जंकशन पर रहने का निर्देश दिया है.